यूपीएसएसएससी की नलकूप चालक परीक्षा का पेपर आउट, निरस्त किया गया एग्जाम
लखनऊ : सुप्रीम कोर्ट में कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षाओं का पेपर लीक होने का मामला चल ही रहा है कि शनिवार रात अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की नलकूप चालक परीक्षा-2018 का प्रश्नपत्र भी आउट हो गया। यह परीक्षा रविवार को ही होनी थी। पेपर आउट होने का सूचना मिलते ही आयोग में हड़कंप मच गया। आनन फानन परीक्षा को निरस्त करने का फैसला किया। आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि परीक्षा की दूसरी तारीख बाद में घोषित की जाएगी। नलकूप चालक परीक्षा 3210 पदों के लिए प्रदेश के आठ जिलों में आयोजित होनी थी। इसके लिए दो लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। अभ्यर्थियों के बीच दोपहर बाद से ही पेपर आउट होने की चर्चाएं थीं, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी थी। इसके बाद आयोग ने माना कि पेपर आउट हो गया है। आयोग के अध्यक्ष सीबी पालीवाल ने बताया कि परीक्षा को निरस्त कर दिया गया है। इसकी जांच करायी जा रही है कि पेपर कैसे आउट हुआ। दोषियों के खिलाफ कड़े कदम उठाये जाएंगे।
इससे पहले आयोग ने परीक्षा संपन्न कराने की पूरी तैयारी कर ली थी और लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ, आगरा और बरेली में पर्यवेक्षक भी भेजे जा चुके थे। अभ्यर्थी भी इन जिलों में पहुंच गए थे। सुबह नौ बजे तक केंद्रों पर पहुंचने के लिए कहा गया था। परीक्षा निरस्त होने की सूचना मिलते सब परेशान हो गए। नलकूप चालक भर्ती परीक्षा का विज्ञापन सपा शासनकाल में 2016 में जारी हुआ था। पहले इसमें स्क्रीनिंग परीक्षा के बाद साक्षात्कार के जरिये चयन होना था लेकिन भाजपा सरकार आने के बाद इसकी प्रक्रिया रोक दी गई थी। बाद में आयोग ने सिर्फ लिखित परीक्षा के आधार पर ही चयन का फैसला किया। इसके लिए शासन ने मंजूरी दे दी थी। इसके बाद ही परीक्षा की तिथियां घोषित की गईं। इस परीक्षा में 3210 पदों पर भर्ती के लिए 394 केंद्र बनाए गे थे। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग अध्यक्ष ने इसके लिए टीम बना दी थी। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 3210 नलकूप चालक पद के लिए आवेदन मांगा था। आवेदन लेते समय लिखित परीक्षा के साथ साक्षात्कार के बाद भर्ती प्रक्रिया तय की गई। आयोग के मौजूदा अध्यक्ष ने भर्ती प्रक्रिया के लिए साक्षात्कार समाप्त करने संबंधी शासन को प्रस्ताव भेजा था। शासन ने लिखित परीक्षा पर भर्ती कराने की अनुमति दे दी है।