यूपी: ओम प्रकाश राजभर को मनाने के लिए योगी सरकार ने दिया बंगला, बनाएंगे दफ्तर
भारतीय जनता पार्टी और सुलेहदेव भारतीय समाज पार्टी के बीच कई दिनों से खींचतान चल रही है। गुरुवार को एसबीएसपी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और बीजेपी के के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मुलाकात हुई। इस बीच योगी सरकार ने उनके विधायक को बंगला भी दे दिया है।
लखनऊ : सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) और सरकार के बीच की खाई अब पटने लगी है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के दूसरे ही दिन (गुरुवार) को सरकार ने एसबीएसपी कार्यालय के लिए राजभवन कॉलोनी का दो नंबर बंगला आवंटित कर दिया। हालांकि, बंगले का आवंटन एसबीएसपी विधायक त्रिवेणी राम के नाम से हुआ है। लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर का कहना है कि इस बंगले को पार्टी कार्यालय के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। पार्टी के दूसरे महासचिव अरविंद राजभर ने बताया कि गुरुवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में हुई बैठक में सीएम योगी आदित्य नाथ भी मौजूद थे।
वहीं पार्टी कार्यालय आवंटित किए जाने की जानकारी दी गई। बकौल, अरविंद उन्होंने पिछड़ा आयोग की उस सूची को बीजेपी अध्यक्ष के सामने रखा, जिसे पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने सीएम के पास भेजा था। बीजेपी अध्यक्ष से कहा गया कि अगर यह सूची गलत है, तो इसे खारिज कर दिया जाए। लेकिन, अगर सूची के नामों में पिछड़ों की अधिकांश जातियों का प्रतिनिधित्व है, तो मुख्यमंत्री द्वारा जारी सूची को होल्ड करवा कर पिछड़ा आयोग की नई संशोधित सूची जारी कराई जाए। अरविंद राजभर ने बताया कि इस पर बीजेपी अध्यक्ष ने देखने का आश्वासन दिया है। साथ ही राज्य सरकार के निगमों में बीजेपी के साथ एसबीएसपी के नेताओं के समायोजन पर भी बीजेपी अध्यक्ष ने आश्वासन दिया है।
अरविंद राजभर ने कहा कि दो दिन की बैठकों में उनकी पार्टी की मुख्य मांग (27 फीसदी आरक्षण के वर्गीकरण) पर कोई फैसला नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि बीजेपी अनुमान लगा रही है कि इससे चुनाव में कहीं नुकसान न हो जाए। जबकि, हमारी पार्टी का अनुमान है कि इससे चुनाव में हमें ज्यादा फायदा होगा। अरविंद राजभर ने कहा कि हमने बीजेपी अध्यक्ष से अनुरोध भी किया है कि आज अवसरवाद की राजनीति चल रही है। ऐसे में एक अवसर इसे भी दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मांग पर अंतिम फैसला 26 फरवरी को बीजेपी अध्यक्ष और ओम प्रकाश राजभर की बैठक में होगा।