उत्तर प्रदेश
यूपी के कैबिनेट मंत्री बोले, ‘राम मंदिर अयोध्या में नहीं तो क्या न्यू यॉर्क में बनेगा’
अयोध्या मसले पर समझौते के फॉर्म्युले को शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के खारिज करने के बाद यूपी के मंत्री ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राम मंदिर अयोध्या में नहीं तो क्या न्यू यॉर्क में बनेगा। यूपी के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा, ‘जहां भगवान राम पैदा हुए हैं वहां मंदिर होना ही चाहिए, यह हर व्यक्ति भारतवर्ष में मानता है।’
लक्ष्मी ने तंज कसते हुए आगे कहा कि राम मंदिर अयोध्या में नहीं बनेगा तो क्या न्यू यॉर्क में बनेगा। बता दें कि सोमवार को शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा था कि विवादित स्थल पर मस्जिद थी, इसलिए वहां मस्जिद ही बने। ऐसा पहली बार है जब शिया पर्सनल लॉ बोर्ड और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड किसी भी मुद्दे पर एक साथ खड़े हैं।
हालांकि, शिया वक्फ बोर्ड खुले तौर पर अयोध्या में मंदिर निर्माण की हिमायत कर रहा है। पिछले दिनों वक्फ बोर्ड ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को पत्र लिखकर नौ मस्जिदों को हिंदुओं को सौंपने की बात कही है। शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने कहा है कि अयोध्या में मस्जिद का निर्माण होना चाहिए। शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी के पत्र पर मौलाना यासूब ने कहा कि कुछ लोग सस्ती लोकप्रियता के लिए बेतुके बयान दे रहे हैं।
‘श्रीश्री गलत लोगों से कर रहे मध्यस्थता’
मौलाना यासूब ने कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर को अयोध्या मामले पर पक्षकारों से मिलना चाहिए, जबकि वह गलत लोगों से बातचीत कर रहे हैं। मौलाना का दावा है कि जिस फॉर्म्युले के आधार पर हल निकालने की बात हो रही है उसके तहत सुलह हो ही नहीं सकती।
‘श्रीश्री गलत लोगों से कर रहे मध्यस्थता’
मौलाना यासूब ने कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर को अयोध्या मामले पर पक्षकारों से मिलना चाहिए, जबकि वह गलत लोगों से बातचीत कर रहे हैं। मौलाना का दावा है कि जिस फॉर्म्युले के आधार पर हल निकालने की बात हो रही है उसके तहत सुलह हो ही नहीं सकती।