यूपी के मंदिर में पूजा जाएगा इनामी डकैत, गुपचुप लगाई मूर्ति
महज 30 मिनट में मूर्तियों की स्थापना हो गई। धाता ब्लाक क्षेत्र के इस मंदिर का निर्माण दस्यु सरगना ने ही कराया था।
मूर्ति स्थापना के दौरान मंदिर का मुख्य द्वार बंद रखा गया और इस दौरान मंदिर के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा रहा।
नरसिंहपुर कबरहा स्थित शिवहरे रामजानकी मंदिर में 4 फरवरी से शुरू हुए 10 दिवसीय धार्मिक महोत्सव के दौरान दस्यु, उसकी पत्नी के साथ माता-पिता की मूर्तियां भी लगाने की घोषणा की गई थी।
गुरुवार रात ददुआ की माता कृष्णा देवी व पिता राम प्यारे की मूर्तियां मंदिर के प्रवेश द्वार के उत्तरी हिस्से में स्थापित करा दी गई थीं।चित्रकूट के देवकली गांव के रामप्यारे पटेल का बेटा शिव कुमार पटेल उर्फ ददुआ वर्ष 1975 में अपराध की दुनिया में कूदा था। ददुआ के खिलाफ चित्रकूट, बांदा, कौशांबी, इलाहाबाद और सतना में करीब सवा दो सौ अपहरण, हत्या और डकैती के मामले दर्ज हुए।
21 जुलाई 2007 को एसटीएफ से मुठभेड़ में गैंग के आधा दर्जन साथियों के साथ मारा गया था। ददुआ पर प्रदेश सरकार ने पांच लाख का इनाम घोषित किया था। पुलिस का कहना था कि आटोसेमी रायफल व एके 47 भी डकैतों में सबसे पहले इसी गैंग के पास पहुंची थी।