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यूपी के मच्छरों ने दिल्लीवालों को किया परेशान, समस्या का हल नहीं ढूंढ पा रही MCD

दिल्ली में डेंगू दस्तक दे चुका है और अब तक राजधानी में डेंगू और मलेरिया को मिलाकर 60 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, हालांकि इस बीच ईस्ट एमसीडी को दिल्ली से ज्यादा यूपी के मच्छर सता रहे हैं. लेकिन क्यों?

ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि पूर्वी दिल्ली के कई इलाके उत्तर प्रदेश से सटे हुए हैं. ईस्ट एमसीडी मलेरिया विभाग के कर्मचारी इन दिनों पूर्वी दिल्ली की गलियों में रोजाना दवा का छिड़काव कर रहे हैं.

छिड़काव के बाद भी कामयाबी नहीं

कर्मचारी सुबह-सुबह नालियों, खुले पड़े टायरों और कूलरों में दवा का छिड़काव करते हैं ताकि इनमें मच्छरों की ब्रीडिंग ना हो, लेकिन इनकी मेहनत यूपी के मच्छरों के सामने बेकार साबित हो रही है.

अब आप पूछेंगे कि भला दिल्ली में यूपी के मच्छरों का क्या काम, तो आपको बता दें कि पूर्वी दिल्ली के कई इलाके यूपी से सटे हुए हैं. एक तरफ गाजियाबाद से सटे हुए दिलशाद गार्डन, नंदनगरी की कई गलियां, विवेक विहार हैं तो वहीं दूसरी तरफ नोएडा से सटे न्यू अशोक नगर, दल्लूपुरा और वसुंधरा एनक्लेव का इलाका शामिल है.

यूपी के अधिकारियों से होगी बातचीत

पूर्वी दिल्ली के मेयर बिपिन बिहारी सिंह की मानें तो इन दिनों यह एक बड़ी समस्या बनी हुई है जिसमे मच्छर यूपी बॉर्डर पार कर यहां दिल्ली में लोगों को काट रहे हैं. मेयर के मुताबिक इस समस्या के समाधान के लिए जल्द ही अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे कि वो यूपी के स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक करें.

आपको बता दें कि दिल्ली में इस साल मच्छरजनित बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या 60 के पार जा पहुंची है. डेंगू के अब तक 28 मामले सामने आ चुके हैं तो वहीं मलेरिया के भी 40 मामले अब तक दिल्ली में दर्ज किए जा चुके हैं.

आम आदमी पार्टी ने एमसीडी के इस तर्क पर बीजेपी से सवाल पूछा है कि यूपी में भी जब बीजेपी की ही सरकार है तो फिर समस्या का समाधान क्यों नही निकाल पा रही है एमसीडी. ईस्ट एमसीडी में नेता विपक्ष कुलदीप ने तंज कसते हुए कहा कि यूपी में भी तो बीजेपी की सरकार है फिर यूपी में बोलकर ये लोग क्यों नहीं समस्या को खत्म करवा रहे हैं.

बहरहाल अभी मानसून का दिल्ली में आना बाकी है, ऐसे में सवाल उठता है कि क्या एमसीडी अपनी नाकामी का ठीकरा यूपी के मच्छरों पर फोड़ने की तैयारी तो नहीं कर रही?

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