यूपी के मुसलमानों पर मेहरबान हुए मोदी , अपने कोटे से कराएंगे हजयात्रा
कानपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार मुसलमानों पर मेहरबान है। उन्होंने अपना वीआईपी हज कोटा उन लोगों के लिए जारी कर दिया है जो प्रतीक्षा सूची में हैं और हज पर जाने की तमन्ना रखते हैं। इसके बाद प्रतीक्षा सूची के 174 लोगों को पासपोर्ट और धनराशि जमा करने की इजाजत दे दी गई है। यही नहीं, यह खास यात्री अपना मोबाइल और सिम भी साथ लेकर जा सकेंगे। रवानगी से पहले उन्हें वह सिम दे दिया जाएगा, जो सऊदी में काम करेगा।हजयात्रा की तैयारियां इनदिनों जोरों पर हैं। अगले महीने से हज पर जाने वालों की रवानगी शुरू हो जाएगी। वैसे तो हज के लिए तैयारी सालभर पहले शुरू हो जाती है, क्योंकि इसकी प्रक्रिया लंबी है। सबसे पहले हज पर जानेवालों का हर राज्य में वहां की मुस्लिम आबादी के हिसाब से कोटा निर्धारित किया जाता है। यह काम राज्य सरकारें करती है। यह नियम सरकारी कोटा, यानी केंद्रीय हज कमेटी के माध्यम से हज पर जाने वालों के लिए होता है। निजी टूर ऑपरेटर्स के पास हज पर ले जाने के लिए अलग कोटा होता है, जिसमें किसी भी तरह की सब्सिडी नहीं दी जाती।तंजीम खुद्दाम हज कमेटी के सदर हाजी नईमुद्दीन सिद्दीकी ने बताया कि हज यात्रा पर भेजने के लिए राष्ट्रपति के पास 100, उप राष्ट्रपति के पास 75, प्रधानमंत्री के पास 75 और विदेश मंत्री के पास 50 लोगों का वीआईपी कोटा होता है। प्रधानमंत्री ने अपना पूरा वीआईपी कोटा इस बार यूपी को दे दिया है। इससे यूपी से हज पर जाने वालों