यूपी के सभी सरकारी अस्पतालों में शुरू होगी ओपीडी सेवाएं, मुख्यमंत्री योगी ने दिए निर्देश
लखनऊ: कोरोना के घटते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को चिकित्सा को लेकर बड़ा फैसला लिया है। पूरे प्रदेश में 04 जून यानी शुक्रवार से सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं शुरू हो जाएंगी। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद चिकित्सा विभाग के अधिकारी अस्पतालों में ओपीडी और आईपीडी सेवाओं की शुरुआत के साथ ही कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने की तैयारी में जुटे गये हैं।
मुख्यमंत्री के इस आदेश के बाद कोरोना के इतर अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। सामान्य मरीज भी अस्पतालों में डॉक्टरों को दिखा सकेंगे। उचित परामर्श हासिल कर ऑपरेशन कराना उनके लिये आसान हो जाएगा। अस्पतालों में फैलते संक्रमण को देखते हुए जिन मरीजों की सर्जरी तीन महीने से रुकी हुई थी, अब उनकी सर्जरी भी पुन: हो सकेगी। इसके साथ ही फीवर ओपीडी, आई और ईएनटी ओपीडी, गाइनिक ओपीडी, सर्जरी ओपीडी से मरीजों को सेवाएं मिलेंगी।
मुख्यमंत्री के इस फैसले से गर्भवती महिलाओं के साथ बच्चों को भी चिकित्सीय सुविधाएं मिलने से उनको राहत मिलेगी। प्रदेश में बेहतर हुई स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-9 के अधिकारियों को आदेश दिये हैं। उन्होंने प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोविड प्रोटोकाल के साथ शुरू करने को कहा है। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखे जाने के भी आदेश दिये हैं।
योगी ने कहा है कि कोरोना संक्रमित मरीजों को तत्काल इलाज की सुविधा देने के लिये लखनऊ में 73 अस्पतालों को कोविड अस्पताल बनाया गया था। प्रदेश के अन्य बड़े शहरों में भी बड़ी संख्या में सरकारी व निजी अस्पतालों को कोविड अस्पताल घोषित किया गया था। अब इन कोविड अस्पतालों में भी ओपीडी और आईपीडी सेवाओं की शुरुआत होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अधिक से अधिक लोगों को प्रोत्साहित किया जाए कि वे बीमारी के इलाज में सहायक बनी ई-संजीवनी और टेलीकन्सल्टेशन का उपयोग करें। घर बैठे इलाज की सुविधाओं से गम्भीर मरीजों को घर पर ही सरकार उपचार की सुविधाएं दे रही हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि इस बात का भी ध्यान रखें कि विशेष परिस्थितियों में ही ओपीडी में उनको जाना पड़े। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि किसी भी दशा में कहीं भी कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन न हो।