फीचर्डराजनीति

यूपी चुनावों में ‘कैराना के सच’ को हथियार बनाएगी समाजवादी पार्टी

mulayamनई दिल्‍ली। अगले साल की शुरुआत में होने वाले यूपी विधानसभा के चुनावों में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी एक बड़ा दांव खेलने जा रही है। विधानसभा चुनावों में ‘कैराना के सच’ को हथियार बनाया जाएगा। इस दांव से सपा एक तीर से दो निशाने साधने की तैयारी में है। वो कैराना पर आई जांच रिपोर्ट के जरिए मुसलमानों को रिझाने और भाजपा को घेरने की कोशिश करेगी।

गौरतलब है कि कैराना से बीजेपी सांसद हुकुम सिंह ने इलाके के 346 लोगों की सूची देते हुए कहा था कि ये लोग दूसरे समुदाय के डर के चलते कैराना छोड़कर चले गए हैं। इसे लेकर काफी हो-हल्‍ला मचा था। इन आरोपों को लेकर अखिलेश सरकार को खासी फजीहत झेलनी पड़ी थी। काफी दिनों तक प्रदेश और केंद्र में हंगामा हुआ जिसके बाद मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने मामले की जांच के आदेश जारी किए थे।

गौरतलब है कि कैराना से बीजेपी सांसद हुकुम सिंह ने इलाके के 346 लोगों की सूची देते हुए कहा था कि ये लोग दूसरे समुदाय के डर के चलते कैराना छोड़कर चले गए हैं। इसे लेकर काफी हो-हल्ला मचा था।

जांच रिपोर्ट सामने आई तो पता चला कि कैराना से लोगों के जाने का सिलसिला दस साल पहले ही शुरू हो गया था। सूची में दिए गए नामों में कुछ लोग ऐसे भी थे जिनकी मौत हो चुकी है। कुछ के नाम सूची में शामिल थे, लेकिन वो कैराना में ही रह रहे हैं। समाजवादी पार्टी कैराना के इसी सच को चुनावों में हथियार के रूप में इस्तेमाल करेगी। पार्टी के सभी जिलाध्‍यक्षों और शहर अध्‍यक्षों को निर्देश दिए गए हैं कि चुनावी जनसभाओं, जनसंपर्क और प्रचार के दौरान कैराना की जांच रिपोर्ट सबके सामने रखी जाए।
से वो भाजपा पर झूठ प्रचारित करने का आरोप लगाएगी। दूसरी ओर मुसलमानों के हमदर्द के रूप में खुद को पेश करेगी। पार्टी प्रचार के दौरान सांसद द्वारा जारी की गई सूची और कैराना की रिपोर्ट एक साथ जनता के सामने रखेगी।

Related Articles

Back to top button