यूपी बीजेपी : 13 जिलाध्यक्षों के नाम घोषित, 19 पर लगा स्टॉप
लखनऊ। आगामी 2017 यूपी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सभी दल अपनी तैयारियों को करीबन अंतिम रूप देने में जुटे हैं। लेकिन सूबे में भाजपा जिलाध्यक्षों के नामों को लेकर ही कशमकश की स्थिति में दिख रही है। जबकि अन्य पदाधिकारियों के नामों की अभी तक सुगबुगाहट भी नहीं समझ आ रही।
ऐसे में सवाल उठता है कि सपा और बसपा को उत्तर प्रदेश उखाड़ फेंकने का दावा करने वाली भाजपा के दावे में असल में कितना दम है। बुधवार को भाजपा लखनऊ मुख्यालय में पदाधिकारियों की बैठक के दौरान 13 जिलाध्यक्षों के नाम पर मुहरबंदी की गई। लेकिन अभी भी 19 जिलाध्यक्षों के मनोनयन को मई के पहले हफ्ते के साथ लटका दिया गया है। इन नामों का हुआ मनोनयन भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बताया कि गोरखपुर महानगर में राहुल श्रीवास्तव, अमेठी जिला में उमाशंकर पांडेय, रायबरेली में दिलीप यादव, कानपुर ग्रामीण में रामसरण कटियार, कन्नौज जिला में नरेंद्र राजपूत, औरेया जिले में रमेश दिवाकर, शाहजहांपुर में राकेश मिश्रा, आगरा महानगर में रमेश शिवहरे, आगरा जिला में श्याम भदौरिया, मुरादाबाद महानगर से महेंद्र गुप्ता, सहारनपुर जिला से विजेंद्र कश्यप और बुलंदशहर में हिमांशु मित्तल अध्यक्ष नियुक्त किये गए। बाजपेई के समर्थकों को नहीं मिली जगह सूत्रों के मुताबिक नियुक्त किए गए जिलाध्यक्षों में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी के समर्थकों को जगह नहीं मिल सकी। जिलाध्यक्षों के मनोनयन में सांसदों की राय को सबसे ज्यादा तरजीह दी गई। साथ ही ज्यादा से ज्यादा नए चेहरों पर सूबे की सियासत को साधने के लिए दांव लगाया गया। मेरठ महानगर अध्यक्ष पद पर पुराने कार्यकर्ता करुणेश नंदन गर्ग को नियुक्त किया गया। माना जाता है कि गर्ग बाजपेई के विरोधी खेमे से आते हैं। इसीलिए उनके नाम पर अब तक कोई सक्रियता नहीं दिख रही थी। हालांकि सांसद राजेंद्र अग्रवाल और विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल करुणेश की पैरोकारी लगातार कर रहे थे। कब होगी बाकी 19 जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा सूबे में भाजपा की 90 जिला ईकाईयों में जिलाध्यक्ष पद के लिए पहले 58 और अब 13 नामों का मनोनयन हो चुका है। लेकिन अभी भी 19 नामों की घोषणा की जानी है। प्रवक्ता पाठक ने बताया कि शेष नियुक्तियां भी जल्द कर दी जाएंगी।