उत्तर प्रदेश

यूपी में पर्यटन विकास की असीम संभावनाएंः राज्यपाल

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक से राजभवन में भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी राजेश रंजन, प्रकाश गुप्ता, अजय कुमार, आशीष शर्मा, बशीर अहमद, श्रीमती विशाखा यदुवंशी ने भेंट की। उक्त सभी विदेश सेवा के अधिकारी उत्तर प्रदेश के मूल निवासी हैं जो प्रदेश भ्रमण पर आए हैं तथा विदेशी निवेश की संभावनाओं पर विशिष्ट महानुभावों एवं अधिकारियों से भेंट करके चर्चा करेंगे। इस अवसर पर राज्यपाल की प्रमुख सचिव सुश्री जूथिका पाटणकर, संजय कुमार सिंह अपर निदेशक उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंध अकादमी सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। राज्यपाल ने सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की जनसंख्या ही प्रदेश की सबसे बड़ी ताकत है। विदेशी निवेश के लिए यहां उपलब्ध मानव संसाधन के साथ-साथ बड़ी संख्या में ग्राहक भी हैं। इस बात को विदेशों में प्रचारित करने से भारत को ग्राहक परक उत्पादन के क्षेत्र में सफलता मिल सकती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं लोकसभा में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं जिसके कारण उत्तर प्रदेश का विस्तार हो रहा है। केन्द्र और राज्य सरकार के संयुक्त सहयोग तथा उचित अवस्थापना विकास से विदेशी निवेश आकर्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से जुड़े भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी विदेश में उत्तर प्रदेश की छवि बनाएं।
नाईक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश के अलावा निर्यात की भी असीम संभावनाएं हैं। प्रदेश का हर जिला किसी न किसी उत्पाद के लिए विख्यात है। संगठित निर्यात पद्धति से उत्तर प्रदेश को विदेशों में अच्छा बाजार मिल सकता है। प्रदेश के फलों के एक मुख्य उत्पाद आम के निर्यात के लिए अच्छी संभावनाएं हैं। प्रदेश में पर्यटन विकास की भी असीम संभावनाएं हैं। यहाँ अनेक पर्यटन स्थल हैं जैसे ऐतिहासिक धरोहर की इमारतें, प्रयागराज का संगम, बनारस की गंगा आरती आदि। कुम्भ और अर्द्धकुम्भ के आयोजन को लेकर विदेशी लोगों को भारत आने के लिए बड़ी संख्या में आकर्षित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को पर्यटन के नक्शे पर विशिष्ट पहचान दिलाने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने विदेश सेवा के अधिकारियों को अपनी वार्षिक रिपोर्ट ‘राजभवन में राम नाईक 2016-17’ की प्रति भी भेंट की।

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