यूपी राज्यसभा चुनावः क्या है राजा भैया का खेल, वोट डालने पर सस्पेंस क्यों?
यूपी राज्यसभा चुनाव में बीजेपी और सपा-बसपा के बीच खूब जोर आजमाइश चल रही है. इस बीच रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के वोट न डालने की खबर आ रही है. दरअसल रघुराज ने अपना वोट समाजवादी पार्टी के लिए रखा है और 37वें वोटर के तौर अपना वोट डालने वाले हैं, लेकिन अब एक उम्मीदवार को जीत के लिए 36 वोट ही चाहिए. ऐसे में रघुराज प्रताप सिंह का 37 में से वोट का कुछ प्रतिशत BSP को जा सकता है, इसीलिए ऐसा माना जा रहा है कि वो वोट नहीं डालेंगे.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि चुनाव में 398 विधायक ही करेंगे. वोट गणित के लिहाज से बीजेपी दो विधायकों का वोट नहीं डलवायेगी. ऐसे में एक राज्य सभा सदस्य के चयन के लिए अब 36 वोटों की जरूरत होगी.
बता दें कि बसपा को अभी तक कुल 34 वोट मिले हैं. इसमें बसपा के 17 वोट, 10 वोट समाजवादी पार्टी के और 7 वोट कांग्रेस के शामिल हैं. अभी बसपा को जीत के लिए कम से कम 2 से 3 वोट चाहिए.
पुरवा विधायक अनिल सिंह ने दिया BSP को झटका
चुनाव से पहले बसपा विधायक अनिल सिंह ने गुरुवार को बीजेपी विधायकों से मुलाकात की थी. मुख्यमंत्री आवास पर हुई विधायक दल की बैठक में अनिल सिंह को भी देखा गया था.
अनिल सिंह उन्नाव के पुरवा विधानसभा से विधायक हैं. पहले भी बीजेपी के करीब रहे हैं. बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर बीएसपी से चुनाव लड़े और जीते.
बीएसपी को वोट करने से क्यों कतरा रहे हैं रघुराज प्रताप सिंह
गौरतलब है कि 2002 में यूपी में बीएसपी की सरकार के दौरान मायावती ने रघुराज प्रताप सिंह के खिलाफ काफी आक्रामक रूख अपनाया था. और रघुराज को जेल भिजवाने के साथ उनकी आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए कड़ा एक्शन लिया था. इतना ही नहीं उनके महलनुमा घर में पुलिस भेजने के साथ काफी जब्ती भी कराई थी.
इसके बाद 2007 में भी मायावती ने रघुराज प्रताप सिंह के खिलाफ कड़ा रूख अपनाए रखा. यही वजह है कि रघुराज बसपा उम्मीदवार को वोट करने से कतरा रहे हैं. बता दें कि रघुराज के खिलाफ हत्या सहित कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.
मौर्या का दावा- जीतेंगे हमारे सभी 9 उम्मीदवार
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने बीजेपी के 9 उम्मीदवारों के राज्यसभा चुनाव में जीतने का दावा किया है. मौर्या ने कहा कि यूपी से बीजेपी के 9 उम्मीदवार राज्यसभा जाएंगे.