यू.पी. चुनाव 2017: यूपी की 73 सीटों के लिए हुआ 64.22 फीसद मतदान
यूपी विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 73 सीटों के लिए शनिवार को करीब 64.22 फीसद लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सत्रहवीं विधानसभा के पहले चरण के चुनाव में शनिवार को 64.22 मतदान हुआ। झड़प और पथराव की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। मतदान की समाप्ति के साथ इस चरण के 839 उम्मीदवारों का भाग्य इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कैद हो गया। पहले चरण में पश्चिमी उप्र के 15 जिलों की 73 सीटों पर वोट डाले गए।
दिग्गजों की तकदीर ईवीएम में कैद
पहले चरण के मतदान के बाद जिन सियासी दिग्गजों और चर्चित चेहरों की तकदीर ईवीएम में कैद हो गई है, उनमें मेरठ की किठौर सीट से अखिलेश सरकार के श्रम मंत्री शाहिद मंजूर, हाथरस की सादाबाद सीट से बसपा के ब्राह्मण चेहरे व पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय शामिल हैं। मथुरा सीट से कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर व भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा, मथुरा की मांट सीट से पूर्व मंत्री श्याम सुंदर शर्मा व छाता सीट से पूर्व मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण का भाग्य भी इसी चरण में तय होना है। मुजफ्फरनगर दंगा भड़काने के आरोप में सुर्खियां बटोरने वाले भाजपा के संगीत सोम पहले चरण में ही मेरठ की सरधना और सुरेश राणा शामली की थाना भवन सीट से उम्मीदवार हैं। खुद चुनाव न लड़ रहे कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी पहले चरण में ही दांव पर लगी थी। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह नोएडा, पूर्व मुख्यमंत्री व राजस्थान के गवर्नर कल्याण सिंह के पौत्र संदीप सिंह अलीगढ़ की अतरौली और भाजपा सांसद हुकुम सिंह की पुत्री मृगांका सिंह पहले चरण की कैराना सीट से चुनाव मैदान में रही हैं।
तीन फीसद अधिक पड़े वोट
वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में यूं तो प्रदेश में 59.48 फीसद मतदान हुआ था लेकिन पश्चिमी उप्र के जिन 15 जिलों में इस बार पहले चरण में मतदान हुआ है, उनमें पिछली बार 61 प्रतिशत वोट पड़े थे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी टी.वेंकटेश ने बताया कि शाम छह बजे तक प्राप्त सूचना के आधार पर सर्वाधिक 67.12 फीसद मतदान शामली जिले में हुआ था। वहीं गौतम बुद्ध नगर में मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करने में कंजूसी की जिसकी वजह से यहां 59.17 प्रतिशत वोट ही पड़े।
सबसे ज्यादा वोटिंग फतेहाबाद सीट पर
विधानसभा क्षेत्रवार हुए मतदान के आधार पर आगरा की फतेहाबाद सीट पर मतदाताओं में सबसे ज्यादा उत्साह रहा। यहां सर्वाधिक 71.18 प्रतिशत वोट पड़े। मेरठ के सिवालखास, सरधना व किठौर विधानसभा क्षेत्रों और हापुड़ की गढ़ मुक्तेश्वर सीट पर 70 फीसद मतदान हुआ। सांप्रदायिक पलायन के मुद्दे को लेकर सुर्खियों में रहे शामली के कैराना क्षेत्र में 69.36 प्रतिशत वोट पड़े। पहले चरण में सबसे कम 51 फीसद मतदान गौतम बुद्ध नगर की नोएडा सीट पर हुआ। गाजियाबाद जिले के साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र में 52.5, लोनी में 55 तो गाजियाबाद सीट पर 57 प्रतिशत मतदान हुआ।
गड़बड़ी की कोई शिकायत नहीं
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक पहले चरण में कहीं से भी मतदान में धांधली और गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली है। लिहाजा कहीं से पुनर्मतदान की मांग भी नहीं की गई है। कई स्थानों से ईवीएम और कुछ बूथों पर वीवीपैट (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) मशीन के खराब होने की शिकायतें मिलीं लेकिन उनकी गड़बडिय़ों को जल्द ही दुरुस्त कर लिया गया। इसकी वजह से इन स्थानों पर मतदान कुछ देर बाधित रहा।
जिला – मतदान प्रतिशत
- आगरा – 63.88
- अलीगढ़ – 64.66
- बागपत – 64.99
- बुलंदशहर – 64.65
- एटा – 64.93
- फीरोजाबाद – 63.59
- गौतमबुद्ध नगर – 59.17
- गाजियाबाद – 58.1
- हापुड़ – 65.67
- हाथरस – 64.1
- कासगंज – 64.83
- मथुरा – 65.39
- मेरठ – 66
- मुजफ्फरनगर – 65.5
- शामली – 67.12
पहला चरण से जुड़ी खास बातें
- 15 जिले
- 73 विधानसभा सीट
- कुल प्रत्याशी 839
- महिला प्रत्याशी 77
- कुल वोटर- 2, 60, 17, 081
- पुरुष वोटर-1, 42, 76, 128, महिला वोटर -1, 17, 76, 308
- थर्ड जेंडर-1, 508
- कुल मतदान केंद्र-14, 514
- कुल मतदेय स्थल-26, 823
2012 की दलगत स्थिति
- बीएसपी 24 सीटें
- समाजवादी पार्टी 24
- रालोद 9
- बीजेपी 11
- कांग्रेस 5