स्वास्थ्य

ये फ्लू है या सर्दी-जुकाम? ऐसे पहचानें फर्क

स्तक टाइम्स/एजेंसी- flu-564ad93217a60_lसर्दियों में सर्दी-जुकाम और वायरल फीवर का जोर ज्यादा होता है। अक्सर हमारी सर्दी लंबी खिंच जाती है और ठीक होने का नाम नहीं लेती, कहीं ये फ्लू के लक्षण तो नहीं? इसके लिए समझना जरूरी है कि कई तरह के वायरस के कारण होने वाले फ्लू और सामान्य सर्दी-जुकाम में क्या फर्कहै? इसलिए जानकारी ही बचाव है, समझकर दूसरों को भी सचेत कीजिए।

फ्लू के वायरस का संक्रमण कैसे होता है –   फ्लू से संक्रमित व्यक्तिजब खांसता या छींकता है तो हवा में उसके मुंह या नाक से उड़ी सूक्ष्म बूंदों के कारण वायरस दूसरे लोगों तक पहुंचकर उन्हें संक्रमित करते हैं। वायरस सांस के जरिए सबसे पहले सांस नली में प्रवेश करते हैं। 
ये वायरस कोशिकाओं पर अटैक कर उनके साथ बंधकर जेनेटिक इंफॉर्मेशन को रिलीज कर देते हैं।इसके बाद वायरस अपने जैसे ही लाखों वायरस बनाना शुरू करते हैं।इससे श्वसन मार्ग में सूजन आ जाती है या ये जगह अंदर-बाहर से लाल होने लगती है। ये ही फ्लू के प्रारंभिक लक्षण हैं, लेकिन सामान्य सर्दी-जुकाम और इनमें ज्यादा फर्क नहीं होता।

 

इसके बाद वायरस खून में प्रवेश करते हैं और फिर फ्लू के लक्षण सामने आने लगते हैं।

 

फ्लू और सामान्य सर्दी -जुकाम में क्या होता है अंतर– अंग     

सामान्य सर्दी-जुकाम  ,फ्लू सिर     कभी-कभार दर्द  
बहुत ज्यादा नाक    नाक बहती है, छींके आती है  
कई बार सांस लेने में तकलीफ गला    दर्द, खराश      
दर्द हमेशा नहीं चेस्ट     बहुत ज्यादा कफ और खुश्क खांसी    
दर्द वाली खांसी और बहुत ज्यादा कफभूख     सामान्य     
घट जाती हैबढ़ोतरी 
धीमे अचानक से बुखार     हल्का या बिल्कुल नहीं,
सर्दी भी नहीं     बहुत ज्यादा, 102 डिग्री तक, बहुत सर्दी थकान
हल्कीबहुत ज्यादा, कई बार दो से तीन हफ्तों तक

 

 

Related Articles

Back to top button