ये म्यूजियम देखकर रह जाएंगे दंग
यदि आप छुट्टियों में घूमने का मन बना रहे हैं और संस्कृति को करीब से जानना चाहते हैं, तो इंडिया में ऐसे बहुत-से म्यूजियम हैं।, जहां हजारों साल पुरानी भारतीय संस्कृति आज भी जवां है। देश में सैकड़ों म्यूजियम हैं, जो कल्चर के साथ अपनी बनावट के लिए जाने जाते हैं। इन म्यूजियम में ओल्ड रिकॉर्ड भी देखने को मिलते हैं। यहां मुगल और ब्रिटिश वास्तुकला भी देखने को मिलती है। देखिए इंडिया के टॉप-5 म्यूजियम…
द प्रिंस ऑफ वेल्स म्यूजियम
मुंबई में स्थित द प्रिंस ऑफ वेल्स म्यूजियम को छत्रपति शिवाजी महाराज वस्तु संग्रहालय के नाम से भी जाना जाता है। इस संग्रहालय का निर्माण प्रिंस ऑफ वेल्स के भारत आने के समय पर उनकी स्मृति के रूप में करवाया गया था। द प्रिंस ऑफ वेल्स ने 11 नवंबर 1905 में इस संग्रहालय की नींव रखी थी। इसका इनॉग्रेशन मुम्बई के वायसराय लॉयड जॉर्ज की पत्नी लेडी लॉयड ने 10 जनवरी, 1922 को किया था। म्यूजियम के चारों और बेहद ख़ूबसूरत बगीचा है। इसके अंदर एेतिहासिक कलाकृतियों के साथ-साथ दुर्लभ जीव-जन्तुओं के बारे में जानकारी मिलती है।
शंकर इंटरनेशनल डॉल म्यूजियम
नई दिल्ली में स्थित शंकर इंटरनेशनल डॉल म्यूजियम की स्थापना मशहूर कार्टूनिस्ट के. शंकर पिल्लई की थी। यहां विभिन्न परिधानों में सजी गुडिय़ों का संग्रह वल्र्ड के सबसे बड़े संग्रहों में से एक है। दिल्ली में जब चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट के भवन का निर्माण हुआ, तो उसके एक हिस्से में गुडिय़ों के लिए घर बनाया गया। इस तरह दुनियाभर की गुडिय़ों को रहने के लिए एक अनोखा घर मिल गया। गुडिय़ा घर का प्रारम्भ 1000 गुडिय़ों से हुआ था। वर्तमान समय में यहां 85 देशों की करीब 6,500 गुडिय़ों का संग्रह देखा जा सकता है।
सालारजंग म्यूजियम
हैदराबाद का सालारजंग म्यूजियम भी काफी पसंद किया जाता है। यह विश्व का सबसे बड़ा एकल व्यक्ति प्राचीन वस्तु संग्रह है। यह संग्रह मीर यूसुफ अली खान सलारजंग ने किया है। इस संग्रहालय में फारसी कालीन, मुगल लघुचित्र, चीनी मिट्टी के बर्तन, जापानी लाह के बर्तन देखने को मिलते हैं। साथ ही वील्ड रेबेका, मार्गरेट और मेफीसटोफेल्स की प्रतिमाएं हैं। महारानी नूरजहां, शाहजहां और राजा जहांगीर के खंजर, औरंगजेब की तलवार तथा अन्य प्राचीन वस्तुओं का भी संग्रह है।
नेशनल म्यूजियम
भारत के सबसे बड़े म्यूजियम में नई दिल्ली का नेशनल म्यूजियम काफी पॉपुलर है। यह जनपथ मार्ग पर मौलाना आजाद मार्ग चौराहे पर स्थित है। यहां कई प्रकार की दीर्घाएं हैं, जो ऐतिहासिक काल से लेकर आधुनिक काल तक की कलाकृतियों से सजी हुई हैं। म्यूजियम भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की ओर से संचाालित किया जा रहा है। संग्रहालय में लगभग 2,00, 000 भारतीय और विदेशी मूल के संग्रह हैं, जो भारत के पिछले 5,000 वर्षों के इतिहास तथा सांस्कृतिक धरोहर पर प्रकाश डालते हैं। यही नहीं, इस संग्रहालय की इमारत भी काफी शानदार है
इंडियन म्यूजियम
एशिया का सबसे पुराना और इंडिया का सबसे बड़ा भारतीय म्यूजियमÓअपनी बनावट से वल्र्ड में पॉपुलर है। म्यूजियम में रखी प्राचीन वस्तुएं, युद्ध सामग्री, आभूषण, कंकाल, मम्मी, जीवाश्म और मुगल पेंटिंग का शानदार कलेक्शन पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है। कोलकाता में बंगाल के एक एशियाटिक सोसायटी ने 1814 में इसकी स्थापना की थी।
यह म्यूजियम भारत की विरासत और समाज की उन्नति की दिशा में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यहां पर दर्शकों की संख्या सबसे ज्यादा रहती है। इस म्यूजियम के बिना कोलकाता की सैर अधूरी मानी जाती है।