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ये हथियार, जिस पर नाज है पूरे मुल्‍क को

Tejas1सरगुजा. छत्तीसगढ़ आज पूरा देश 67वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मना रहा है. हर बार की तरह राजपथ पर पूरी दुनिया भारतीय सैनिकों के जोश और उनके हथियारों को देखेगी. एक नजर इन मिसाइलों और खतरनाक हथियारों पर जिसपर मुल्‍क को नाज है.

पृथ्वी मिसाइल: इसकी मारक क्षमता 350 किलोमीटर है. यह मिसाइल 500 से 1000 किलोग्राम तक हथियार ले जाने में सक्षम है.

ब्रह्मोस मिसाइल: यह दुनिया की सबसे तेज क्रूज मिसाइलों में से एक है. इस मिसाइल की रेंज 290 किमी है और इसकी गति 2.8 मैक है.

सी 130जे हरक्यूलिस: यह 20 टन तक सामान और 80 सैनिक हथियारों के साथ उड़ सकता है. सी 130जे हरक्यूलिस खराब से खराब मौसम में भी उड़ान भरने और लैंडिंग करने में सक्षम है. सी 130जे हरक्यूलिस को ज्यादा रनवे की जरूरत नहीं होती.

सुखोई-30: 21.9 मीटर लंबा सुखोई-30 एमके आई अगड़ी पंक्ति का लड़ाकू विमान है, जो रात में भी आवाज की दो-गुनी रफ्तार से (2400 किमी/प्रति घंटा) उड़ान भर सकता है. सुखोई एक बार में 3000 किमी तक वार कर सकता है.

अग्नि-1: यह 700 किमी तक हमला कर सकता है. अग्नि-1 अपने साथ एक टन से अधिक का वजन ले जा सकती है. साथ ही आधुनिक नेविगेशन सिस्टम से निशाना सटीक लगता है.

धनुष: यह 500 किलोमीटर दूर तक मार कर सकती है. धनुष मिसाइल में 750 किलोग्राम परंपरागत और परमाणु मुखास्त्र ले जाने की क्षमता है और यह जमीन और समुद्र दोनों जगह पर लक्ष्य को भेद सकती है.

आईएनएस अरिहंत: यह जमीन, हवा और समुद्र में एक साथ 12 के-15 बैलेस्टिक मिसाइलों से हमला कर सकती है. यह सिर्फ भारत, अमेरिका, रुस, ब्रिटेन, चीन और फ्रांस के पास है यह पनडुब्बी.

आईएनएस विक्रमादित्य: इसका वजन 45,300 टन, लंबाई 284 मीटर और ऊंचाई 60 मीटर है. आईएनएस विक्रमादित्य कुल 22 डेक है. 1600 से ज्यादा जवान इस पर तैनात रहते है. युद्धपोत पर 30 युद्धक विमान, 6 पनडुब्बी-नाशक और टोही हेलिकॉप्टर तैनात किए जा सकते हैं.

तेजस: इसका वजन 6000 टन और लंबाई 111 मीटर है. तेजस पहला सुपरसॉनिक लड़कू विमान है. यह विमान 3500 किलो वेपन्स लेकर उड़ सकता है और साथ ही हवा में ही फ्यूल भरा जा सकता है. तेजस 2 क्लोज कॉम्बैट, 2 लॉन्ग रेंज मिसाइलें दाग सकता है.

 

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