ये हैं पीएम मोदी की ‘मन की बात’ की 10 प्रमुख बातें
2. खादी की बिक्री: मोदी ने कहा कि मन की बात की सराहना और आलोचना दोनों होती हैं लेकिन जब इससे पड़े प्रभाव पर उनकी नजर जाती है तो खुशी होती है। पीएम ने आगे कहा कि वह खादी को बढ़ावा देने की बात कहते रहे हैं जिसका प्रभाव धनतेरस को देखने को मिला। मोदी ने मुताबिक, उस दिन दिल्ली के खादी ग्रामोद्योग भवन स्टोर में लगभग एक करोड़ बीस लाख रुपये की रिकॉर्ड बिक्री हुई।
3. सैनिक: मोदी ने कहा कि इस बार जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में सुरक्षाबलों के साथ दिवाली मनाना उनके लिए यादगार रहा। मोदी ने कहा कि वह जवानों का आदर करते हैं और जब और जहां भी लोगों को मौका मिले जवानों के अनुभव जानने चाहिए, उनकी गौरवगाथा सुननी चाहिए।
4. खेल: पिछले दिनों अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मोदी ने बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने देश का नाम रोशन किया है। इसमें मोदी ने हॉकी टीम को एशिया कप चैंपियन बनने, बैडमिंटन स्टार किदाम्बी श्रीकांत को डेनमॉर्क ओपन जीतने पर बधाई दी। मोदी ने फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप का जिक्र कर रहा कि भले ही, भारत खिताब न जीत पाया लेकिन भारत के युवा खिलाड़ियों ने सभी का दिल जीत लिया।
5. स्वच्छ भारत: मोदी ने बताया कि लोग लगातार स्वच्छ भारत अभियान में हिस्सा ले रहे हैं और उन्हें फोटोज भेज रहे हैं। पीएम ने कहा कि लोग बिना रुके, बिना थके लगे हुए हैं।
7. सरदार वल्लभ भाई पटेल: मोदी ने कहा कि पटेल ने आधुनिक अखण्ड भारत की नींव रखी थी। पटेल की तारीफ करते हुए पीएम ने कहा कि वह जटिल-से-जटिल समस्या का व्यावहारिक हल ढूंढने में काबिल थे। मोदी ने बताया कि पटेल ने कहा था कि जाति और पंथ का कोई भेद हमें रोक न सके, सभी भारत के बेटे और बेटियाँ हैं, हम सभी को अपने देश से प्यार करना चाहिए और पारस्परिक प्रेम और सद्भावना पर अपनी नियति का निर्माण करना चाहिए। पीएम ने पटेल के इस कथन को न्यू इंडिया के विजन के लिए प्रेरक और प्रासंगिक बताया।
8. बच्चे: मोदी ने कहा कि डायबटीज जैसी बीमारियां अभी से बच्चों को घेर रही हैं जिनको दूर करने के लिए उन्हें योग आदि की आदत डलवानी चाहिए।
9. सिस्टर निवेदिता: मोदी ने बताया कि शनिवार को सिस्टर निवेदिता जिनका असल नाम (मार्गरेट एलिजाबेथ नोबेल) था उनकी 150वीं जयंती थी। पीएम ने कहा कि उन्होंने निस्वार्थ भाव से मानवता की सेवा की थी।
10. यूएन पीसकीपर: पीएम ने बताया कि देश के जवान यूएन पीसकीपर बनकर वे दुनिया में हिन्दुस्तान का नाम रोशन कर रहे हैं। मोदी ने बताया कि भारत के संविधान की प्रस्तावना और यूएन चार्टर की प्रस्तावना, दोनों ‘वी द पीपल’ इन्हीं शब्दों के साथ शुरू होती है, लेकिन भारत ने नारी समानता पर जोर देते हुए ‘ऑल मेन आर बोर्न फ्री एंड एक्वल’ को बदलवाया और ‘आल ह्मूमन बींग्स आर बोर्न फ्री एंड इक्वल’ करवाया।