ये हैं बॉलीवुड के ऐसे कलाकार जिनके पास इलाज के लिए नहीं थे पैसे, आख़िर में छोड़ गए दुनिया
‘पाकीजा’ (1972) जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं एक्ट्रेस गीता कपूर की मौत की खबर सामने आई है। 26 मई को सुबह करीब 9 बजे उन्होंने मुंबई स्थित प्राइवेट अस्पताल SRV में अंतिम सांस ली।
वह बीते कुछ वक़्त से बीमार चल रही थी और अपने बच्चों से मिलने की चाह रखी हुई थी। लेकिन कोई उनकी सुध लेने नहीं आया। पिछले साल अप्रैल में गीता का कोरियोग्राफर बेटा उन्हें अस्पताल में छोड़कर भाग गया था। पिछले एक साल से अशोक पंडित और दूसरे बॉलीवुड सेलेब्स गीता के इलाज का खर्च उठा रहे थे।
गीता के अलावा कुछ ऐसे भी ऐसे कलाकार हैं, जिनकी मौत कुछ इसी तरह से हुई थी, आईये आपको बताते हैं कौन है ये कलाकार
श्रीवल्लभ व्यास
आमिर खान की पॉपुलर फिल्म ‘लगान’ के ईश्वर काका उर्फ श्रीवल्लभ व्यास का 60 साल की उम्र में लंबी बीमारी के बाद 7 जनवरी 2018 को जयपुर में निधन हो गया।
दरअसल निधन से कुछ साल पहले एक फिल्म की शूटिंग के दौरान उन्हें पैरालिसिस अटैक आया था, जिसके बाद से उनकी तबीयत काफी खराब थी। उनका परिवार काफी तंगी में गुज़र रहा था। उनकी वाइफ शोभा व्यास के मुताबिक सिने और टेलीविजन एसोसिएशन ने भी उनकी मदद नहीं की थी। शोभा के मुताबिक कंगाली के कठिन समय में आमिर खान ने हमें फाइनेंशियल और मॉरल सपोर्ट किया। आमिर के अलावा इस मुश्किल घड़ी में एक्टर इमरान खान और मनोज वाजपेयी ने भी श्रीवल्लभ व्यास की मदद की थी।
ए के हंगल
लगभग चार दशकों तक अपने विशिष्ट अभिनय से बॉलीवुड पर राज करने वाले अभिनेता और रंगमंच के कलाकार एके हंगल का रविवार को निधन हो गया। वह 95 वर्ष के थे. हंगल काफी दिनों से बीमार थे। वह लम्बे समय से बुढ़ापे की बीमारियों से पीड़ित थे, अपनी पत्नी के निधन के बाद से वह अपने बेटे विजय के साथ रहते थे। हंगल अपने अंतिम दिनों मे बेहद तंगी के दौर से गुजरे। उनके पास इलाज तक के पैसे नहीं थे, इसलिए अमिताभ बच्चन ने उनकी 20 लाख रूपये की मदद की थी।
अचला सहदेव
बॉलीवुड में निभाए गए माँ के किरदार के लिए जानी जाती थी। इसके साथ फिल्म वक़्त में उन्होंने बलराज साहनी के साथ एक यादगार किरदार निभाया है। ‘ऐ मेरी ज़ोहरा ज़बीं तुझे मालूम नहीं तू अभी तक है हसीं… उनका मशहूर गाना है। आखिरी बार परदे पर उन्हेंल 2002 में आई रितिक रोशन के अभिनय वाली फिल्म न तुम जानो न हम में देखा गया था।
जीवन के अंतिम दौर में वह बेहद अकेली हो गई थीं। अंतिम दिनों में वे पक्षाघात से जूझ रही थीं और पुणे के एक अस्पताल में भर्ती थीं। उन्होंने 250 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। वह कई सामाजिक संगठनों से भी जुड़ी थीं।
जिस वक़्त अचला ने अस्पताल में आखिरी सांस ली, उनके पास उनके बच्चे भी नहीं थे। उनका बेटा अपने व्यवसाय के चलते अमेरिका में था और बेटी मुंबई में। अपनी बीमारी से अचला अकेली ही जूझ रही थीं और आखिरकार वह यह जंग हार गईं। 2 मई 2011 को उनका निधन हो गया।
भगवान दादा
भगवान दादा अपनी कॉमेडी फ़िल्म ‘अलबेला’ के लिए जाने जाते हैं। हिंदी फ़िल्मों में डांस का एक अलग स्टाइल लाने वाले भगवान दादा ऐसे ‘अलबेला’ सितारे थे, जिनसे अमिताभ बच्चन भी प्रभावित हुए। भगवान मूक फ़िल्मों के दौर में ही सिनेमा की दुनिया में आ गए। उन्होंने शुरूआत में छोटी-छोटी भूमिकाएँ की। बोलती फ़िल्मों का दौर शुरू होने के साथ उनके करियर में नया मोड़ आया। भगवान दादा के लिए 1940 का दशक काफ़ी अच्छा रहा। इस दशक में उन्होंने कई फ़िल्मों में यादगार भूमिकाएँ की। इन फ़िल्मों में ‘बेवफा आशिक’, ‘दोस्ती’, ‘तुम्हारी कसम’, ‘शौकीन’ आदि शामिल हैं।
हालांकि कभी सितारों से अपने इशारों पर काम कराने वाले भगवान दादा का करियर एक बार जो फिसला तो फिर फिसलता ही गया। आर्थिक तंगी का यह हाल था कि उन्हें आजीविका के लिए कैरेक्टर रोल और बाद में छोटे-मोटे काम करने पड़े। उनके आखिरी वक्त में सी. रामचंद्र, ओम प्रकाश, राजिन्दर किशन जैसे कुछ ही दोस्त थे जो उनसे मिलने जाया करते थे। 4 फ़रवरी, 2002 को 89 साल की उम्र में अपना दर्द समेटे हुए बेहद खामोशी से वे इस दुनिया को विदा कह गए।
निशा नूर
निशा नूर ने तमाम बड़े कलाकारों के साथ काम किया और उस दौर में सबसे सफल अभिनेत्री थी। निशा की पॉपुलैरिटी कुछ ऐसी थी कि रजनीकांत और कमल हासन जैसे बड़े स्टार्स भी उनके साथ काम करना चाहते थे। कहा जाता है कि निशा को एक प्रोड्यूसर ने धोखे से प्रॉस्टिट्यूशन में धकेल दिया था।
वह 80 के दशक में टॉप की सुपरस्टार रही पर जीवन के अंतिम पलों में कोई नहीं था जो उनका ख्याल रखता। आसपास के लोगों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया तो पता चला कि उन्हें एड्स था। 2007 में निशा जिंदगी की जंग हार गई और नतीजा एक दर्दनाक मौत में तब्दील हो गया।
जगदीश माली
अभिनेत्री अंतरा माली के पिता और जाने-माने फोटोग्राफर जगदीश माली का 13 मई, 2013 को निधन हो गया। जगदीश माली ने अपने करियर की शुरुआत 80 के दशक में की और उन्होंने बॉलीवुड के तमाम बड़े नाम रेखा, शबाना आजमी, ओमपुरी, अनुपम खेर, इरफान खान, करीना कपूर आदि के साथ काम किया।
जगदीश माली को मुंबई की सड़कों पर भीख मांगते देखा गया था, जिसके बाद इंडस्ट्री का एक और चेहरा सामने आया। जगदीश को मिंक बरार नाम की मॉडल ने पहचाना, उन्हें खाना खिलाया और फिर सलमान खान की कार से उन्हें घर पहुंचाया था। जगदीश मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं लग रहे थे। वे फटे-पुराने कपड़े पहने थे जिससे अंदाजा लगाया जा सकता था कि वे उन दिनों कितनी बुरी जिंदगी बसर कर रहे थे।
गीतांजलि नागपाल
कई नामी डिजाइनरों के लिए रैंप पर चल चुकी 32 साल की मॉडल गीतांजलि नागपाल साल 2007 में भीख मांगती हुई मिली थीं। गीतांजलि नागपाल पूर्व मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन के साथ रैम्प पर कैटवॉक किया करती थीं लेकिन आज उनकी हालत खुद ब खुद ग्लैमर की दुनिया की स्याह कहानी बयां कर रही है।
पूरी दुनिया पर मॉडलिंग के जरिये छा जाने की चाह रखने वाली गीतांजलि एक वक़्त पर मंदिर की सीढ़ियों, पार्कों और सड़कों के किनारे रात गुजारने को बेबस हो गई। 2008 में ऐसे ही तंगी से गुजरते हुए उनकी मौत हो गई।