योगी कैबिनेट ने चित्रकूट व विंध्यधाम विकास परिषदों के गठन सहित 12 प्रस्तावों को दी मंजूरी
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शुक्रवार को लोक भवन में हुई कैबिनेट की बैठक में चिकित्सा स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, लोक निर्माण और पर्यटन सहित कई विभागों के कुल 12 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। कैबिनेट ने इसके साथ ही पूल और सड़कों से जुड़े प्रस्तावों को भी हरी झंडी दिखा दी है। इसी क्रम में यूपी सरकार ने आध्यात्मिक पर्यटन को लेकर भी बड़ा फैसला किया और मथुरा विकास बोर्ड की तरह चित्रकूट धाम विकास परिषद एवं विंध्यधाम विकास परिषद के गठन के प्रस्तावों को भी मंजूरी दे दी। इन विकास परिषदों के अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे और उपाध्यक्ष पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी होंगे।
जिन अन्य प्रमुख प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है, उनमें यूपी नगरपालिका (भवन या भूमि के वार्षिक मूल्य पर कर ) 2021 नियमावली का प्रख्यापन, जेवर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए भूमि को लीज पर दिए जाने के लिए स्टाम्प शुल्क में छूट, जेवर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए भूमि क्रय, राज्य में 30 करोड़ पौधरोपण के लिए सभी विभागों को निःशुल्क पौधों का वितरण, यूपी लघु उद्योग निगम के कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग का लाभ, राज्य में मौजूद 6,600 सरकारी नलकूपों के आधुनिकीकरण के लिए 285.79 करोड़ लागत की स्वीकृति और बेसिक शिक्षा में मृतक आश्रित की नियुक्ति प्रक्रिया में संशोधन शामिल हैं।
कैबिनेट बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने धर्मांतरण के मुद्दे पर कहा, ‘कुछ राष्ट्र विरोधी ताकतें आबादी का संतुलन बिगाड़ने की कल्पना करती हैं। समय-समय पर उनकी अराजक गतिविधियों के कारण यहां का अमन-चैन और हमारी व्यवस्था को नुकसान पहुंचता है। इसलिए ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई आवश्यक है।’ दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकार की एजेंसियों ने अच्छा काम किया है। उनके नेटवर्क का खुलासा किया है। उनके खिलाफ कठोर काररवाई सुनिश्चित की जा रही है। ऐसे आपराधिक मामले में संलिप्त लोगों का चिह्नीकरण किया जा रहा है। उनके खिलाफ सख्त से सख्त काररवाई की जाएगी।
दूसरी तरफ चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने कोविड-19 महामारी के संदर्भ में कहा कि संक्रमण की पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक थी। दूसरे प्रदेशों के मुकाबले यूपी सरकार के प्रयास से राज्य में इसका असर कम दिखा। यूपी में अब साढ़े तीन हजार केस ही बचे हैं। इसकी लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘कोरोना के तरह-तरह के वैरिएंट डेल्टा, डेल्टा प्लस, ब्लैक फंगस सामने आ रहे हैं। हमारे विशेषज्ञ लगातार काम कर रहे हैं। विशेषज्ञों की सलाह पर हम लगातार अमल कर रहे हैं। कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तरह से अपनी व्यवस्था को सक्षम करने में सफल हो रहे हैं।’