स्वास्थ्य

यौन जीवन पर पड़ता एनीमिया का असर

शादीशुदा जिंदगी में प्रेम बनाएं रखने के लिए ये ज़रूरी है कि जीवनसाथी के साथ कामेच्छा की भावना बनी रहे। लेकिन कई बार ये इच्छा किसी कारणवश कम होने लग जाती है। ऐसे में ये ज़रूरी है कि इस समस्या के कारण को समझकर, उसका हल निकाला जाए। ऐसा ही एक कारण है…एनीमिया।

• शरीर में लाल रक्त कण या हीमोग्लोबिन की किसी कारण सामान्य से कम मात्रा होने की स्थिति को एनीमिया कहा जाता है। एनीमिया के कारण खून में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है जिसकी वजह से शरीर के हर अंग पर यहां तक कि लिबीडो(जहां से कामेच्छा की भावना जगती है) पर भी उसका प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा शरीर में थकान बढ़ने के कारण मांसपेशियां खिचने लग जाती हैं और व्यक्ति आसानी से बिस्तर पर थक जाता है।

• आयुर्वेद के अनुसार असंतुलित खाने व लाइफ स्टाइल के कारण पाचन-क्रिया बिगड़ जाती है और सभी पोषक तत्व शरीर में अच्छे से नहीं समा पाते हैं। इससे शरीर को सही मात्रा में रसा धातु का पोषण नहीं मिल पाता जिससे रक्त धातु(जिसे रसा धातु द्वारा पोषण मिलता है) की मात्रा और गुणवत्ता दोनों का पतन हो जाता है जिसकी वजह से मनुष्य को पांडु(एनीमिया) हो जाता है।

• आयुर्वेद में कुल सात धातुओं का जिक्र किया गया है जिनका शरीर में सही अनुक्रम में होना जरूरी है। इसीलिए अगर पहला या आखिरी धातु कुपोषित हो तो इसकी वजह से बाकि धातु पर भी असर पड़ता है। क्रम में आखिरी धातु शुक्रा को माना जाता है जो यौन जीवन के लिए आवश्यकऊर्जा, सहनशीलता व उत्साह को उत्पन्न करता है। एनीमिया से पीड़ित व्यक्ति के अंदर रक्त धातु की कमी होने के कारण शुक्रा की भी कमी हो जाती है जो यौन जीवन को प्रभावित कर देती है।

क्या करें और क्या न करें-

• सेब व चुकंदर का रस पिएं।

• तिल व शहद खाएं।

• एलोवेरा का रस पिएं।

• दूध के साथ आम खाएं।

• पत्तेदार सब्जियां खाएं।

• मसाज से रक्त वाहिका खुल जाती है जिससे रक्त-संचार और लाल रक्त कोशिकाएं बढ़ती हैं।

• योगासन जैसे सूर्य नमस्कार, स्वर्गासन, कपालभाती या तितली आसन आदि लाभ पहुंचाते हैं क्योंकि इनके दौरानगहरी सांस लेने पर ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और शरीर के सभी अंगों को पर्याप्त पोषण मिलता है।

• चाय व कॉफी से दूर रहें।

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