रक्षक बने भक्षक : दारोगा और सिपाही ने किया छात्रा से गैंगरेप
लखनऊ: जब रक्षक ही भक्षक बन जाएं तो इससे शर्मनाक बात क्या होगी। आप ने यूपी पुलिस के कई कारनामें पहले भी सुने होंगे। कोई दारू पीकर नाली में लोटता नजर आता है, कोई गरीबों पर गालियों के साथ डंडे बरसता है। कुछ पुलिसवाले थाने और बाहर रिश्वत लेते पकड़े गए तो कोई कोतवाली के भीतर महिला से तेल मालिश करवाते पाया गया। कुछ पुलिसकर्मियों ने महिलाओं का यौन शोषण किया। लेकिन हद तो तब हो गई जब मथुरा जिले में एक दारोगा और सिपाही द्वारा एक नाबालिग छात्रा से गैंगरेप किये जाने का मामला प्रकाश में आया। पीड़िता के आरोपों के बाद पुलिस महकमें में हड़कंप मचा हुआ है। इस घटना को अंजाम देने वाले दोनों वर्दीधारियों को एसएसपी ने लाइन हाजिर कर दिया है। वहीं दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक नाबालिग छात्रा ने एक दारोगा और सिपाही एवं दारोगा के नौकर पर गैंगरेप का आरोप लगाया है। छात्रा का आरोप है कि डॉयल 100 की गाड़ी पर तैनात हेड कांस्टेबल रमाकांत पांडेय, ड्राइवर सिपाही प्रवीण उपाध्याय और रमाकांत के नौकर ने उसके साथ बारी-बारी से बलात्कार किया। छात्रा का आरोप है कि वह स्कूल से कुछ दिन पहले जब वापस आ रही थी तो सिपाही प्रवीण ने उसका नंबर मांग लिया था। पुलिस को दी गई तहरीर में छात्रा ने आरोप लगाया है कि प्रवीण उससे बात करने लगा। सोमवार को उसने झांसा देकर स्कूल से वापस देकर बुलाया और घर छोड़ने की बात कही। पीड़िता जब पुलिस की गाड़ी में बैठ गई तो अंदर बैठे दारोगा ने उसके साथ अश्लील हरकत करना शुरू कर दी।
छात्रा ने विरोध किया तो वर्दीधारियों ने उसे अंदर ही धमकाया। मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी भी दी। आरोपी दारोगा डरी हुई किशोरी को अपने साथ लेकर गया और एकांत में लेकर ड्राइवर और अपने एक नौकर के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना को अंजाम दे डाला। वर्दी में छिपे दरिंदों के चंगुल से छूटकर किशोरी अपने घर पहुंची और आपबीती बताई। घरवाले पीड़िता को लेकर थाने पहुंचे। थाना स्तर पर कार्रवाई ना होने के बात पीड़ित परिवार कप्तान से मिला। इसके बाद एसएसपी ने कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही दोनों आरोपियों को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा स्वप्निल ममगैन ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच एएसपी सुरक्षा सिद्धार्थ वर्मा को मामले की सौंपी है। फिलहाल इस घटना ने पूरे महकमें को शर्मसार कर दिया है।