रघुराम राजन पर पहली बार मोदी ने कुछ इस तरह तोड़ी चुप्पी
एजेंसी/ उनसे राजन के बारे में पूछा गया था जिनका तीन साल का कार्यकाल सितंबर में समाप्त हो रहा है। राजन को खरी-खरी बोलने वाला माना जाता है। वह कई मुद्दों मसलन असहिष्णुता आदि पर अपनी राय रख चुके हैं। यहां तक कि वह भारतीय अर्थव्यवस्था को ‘अंधों में काना राजा’ भी बता चुके हैं।
बीजेपी सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने राजन पर कई आरोप लगाए हैं। स्वामी ने यहां तक आरोप लगाया है कि राजन दुनिया भर में गोपनीय और संवेदनशील सूचनाएं भेजते हैं। बीजेपी नेता ने प्रधानमंत्री से राजन को तत्काल हटाने की मांग की है। स्वामी का यह भी आरोप है कि राजन सार्वजनिक तौर पर मोदी सरकार का अपमान करते रहे हैं।
वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि रिजर्व बैंक और सरकार के बीच निरंतर बातचीत होती है और यह संबंध जारी है। जेटली ने यह भी कहा है कि रिजर्व बैंक गवर्नर सहित किसी के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी के पक्ष में नहीं हैं।
कांग्रेस ने मोदी से माफी मांगने को कहा
वहीं सुब्रह्मण्यम स्वामी द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन पर कई बार हमले किए जाने की पृष्ठभूमि में कांग्रेस ने आज मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वामी की ओर से विश्व के श्रेष्ठ अर्थशास्त्रियों में से एक को निशाना बनाने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि रिजर्व बैंक के वर्तमान गवर्नर विश्व के श्रेष्ठ अर्थशास्त्रियों में से एक है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनके अपने राज्यसभा सदस्य ने यह बयान दिया और इससे भी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि प्रधानमंत्री नहीं बोले हैं।
गुरुवार को कांग्रेस मुख्यालय में विभिन्न वरिष्ठ नेताओं के साथ प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वास्तव में यह प्रधानमंत्री का दायित्व है कि वह एक सार्वजनिक बयान जारी कर अपने पार्टी सदस्य द्वारा दुनिया के एक बेहद सम्मानित व्यक्ति के बारे में जो कहा गया उस पर माफी मांगे। सिब्बल ने कहा कि यह खेद का मामला है कि जब पहली बार स्वामी ने राजन को हटाने की मांग की तो सरकार यह स्पष्टीकरण देने में विफल रही कि यह उसका विचार नहीं है।