रणजी फाइनल में चेतेश्वर पुजारा ‘शून्य’ पर आउट, ट्रॉफी से 5 विकेट दूर विदर्भ
चेतेश्वर पुजारा के लगातार दूसरी बार विफल होने से सौराष्ट्र की टीम ने रणजी ट्रॉफी फाइनल के चौथे दिन 206 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 58 रनों तक पांच विकेट गंवा दिए हैं. अब गत चैम्पियन विदर्भ ट्रॉफी से केवल पांच विकेट दूर है. बाएं हाथ के स्पिनर आदित्य सर्वते ने फिर इस स्टार बल्लेबाज का विकेट चटकाया.
पुजारा शून्य पर सर्वते की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए, जिन्होंने उछाल लेने वाली पिच पर नई गेंद दिए जाने के बाद 10 ओवरों में 13 रन देकर तीन विकेट हासिल किए. पहले दो बार उपविजेता रह चुकी सौराष्ट्र की टीम को इस पेचीदा पिच पर जीतने के लिए 148 रनों और बनाने हैं और उसके पांच विकेट बाकी हैं. सौराष्ट्र की पहली पारी में भी सर्वते ने पुजारा (1) को अपना शिकार बनाया था.
विश्वराज जडेजा 23 और कमलेश मकवाना दो रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं. यह मुकाबला दोनों टीमों के दबाव झेलने की क्षमता का परीक्षण होगा, क्योंकि दोनों टीमों के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने दिखाया कि अगर सही तरह से खेला जाए, तो रन बनाना असंभव नहीं है.
इससे पहले बाएं हाथ के स्पिनर धर्मेंद्रसिंह जडेजा (96 रन देकर छह विकेट) ने विदर्भ के शीर्ष क्रम का सफाया कर सौराष्ट्र को अच्छी स्थिति में पहुंचा दिया था, लेकिन मेजबानों ने एक समय 147 रनों पर आठ विकेट गंवाने के बावजूद अच्छा खेलते हुए 200 रन बना लिए.
दूसरी पारी में विदर्भ ने दो विकेट पर 55 रनों से खेलना शुरू किया था, जिसके लिए मोहित काले ने 94 गेंदों में 38 रन बनाए और आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले सर्वते ने 49 रनों की पारी खेली. सर्वते ने इस जुझारू पारी के लिए 133 गेंदों का सामना करते हुए पांच बार गेंद सीमा रेखा के पार कराई.
सर्वते विदर्भ की पारी के आउट होने वाले अंतिम खिलाड़ी रहे, इसके बाद उन्होंने गेंदबाजी करते हुए सौराष्ट्र के शीर्ष क्रम की कमर तोड़ दी. शानदार स्पेल में सर्वते ने पहली पारी के शतकवीर स्नेल पटेल (12), हार्विक देसाई (08) और पुजारा (शून्य) को अपने पहले पांच ओवरों में चलता किया.