लखनऊ। बरसात के मौसम में राजधानी लखनऊ के विभिन्न मोहल्लों में गंदगी की वजह से संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। शहर के कुछ इलाकों में स्वास्थ्य शिविर लगाने का निर्णय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने किया है लेकिन शिविर लगाने के लिए जिन स्थलों का चयन किया गया है। इतने बड़े शहर के लिए वह पर्याप्त नहीं है।शहर के मशालची टोला, खदरा, खुर्रमनगर, जियामऊ, बालू अड्डा और मार्टिनपुरवा सहित दर्जनों स्थानों पर गंदगी का अंबार लगा है। गंदगी से लोगों का जीना दूभर है। इन स्थानों पर कई जगह कूड़े का ढ़ेर लगा होने के कारण बरसात में गंदगी पसरी है। ऐसे में स्थानीय लोगों को इसी गंदगी के ऊपर से होकर गुजरना पड़ता है। बच्चे भी गंदे पानी में खेलते हैं और वे बीमारियों के शिकार होते हैं। नगर निगम इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। लखनऊ के विभिन्न मुहल्लों में दूषित जलापूर्ति जारी है। यही संक्रमण फैलने का कारण बनता है। संक्रामक बीमारी फैलने के बाद नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग एक दूसरे पर आरोप लगाते हैं लेकिन समय रहते नहीं चेतते। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है। इस समय शहर के सरकारी अस्पताल की इमर्जेन्सी में सबसे अधिक मरीज बुखार और डायरिया के ही मरीज भर्ती हैं। वहीं अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले मरीजों में सबसे अधिक मरीज बुखार और डायरिया के ही आ रहे हैं।