
राजनाथ सिंह ने किया खुलासा, बनना चाहते थे “IAS या IPS” , पर बन गए राज नेता, और भी जाने ख़ास बात
लखनऊ : देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में खुलासा किया कि उनका सपना “आईएएस या आईपीएस” बनने का था। राजनाथ ने कहा, मेरा सपना था कि “आईएएस या आईपीएस” बनूं। इसके लिए तैयारी भी की, लेकिन अचानक मन बदला और मैंने राजनीति में कदम रख दिया, जबकि मैं राजनेता नहीं बनना चाहता था। ये बातें देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को लखनऊ के एक निजी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कही। राजनाथ सिंह उक्त स्कूल में “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” विषय पर आधारित एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में राजनाथ सिंह ने ना सिर्फ छात्रों को सफलता के सूत्र बताए, बल्कि कई बातों पर उनके सवालों का जवाब भी दिया। कार्यक्रम में मेधावियों को सम्मानित करने के बाद राजनाथ ने कहा कि मेरा सपना था कि मैं भी “आईएएस या आईपीएस” बनकर देश की सेवा करूं, लेकिन फिर अचानक मेरा मन बदला और मैंने ना चाहते हुए भी राजनीति का रास्ता चुन लिया। वहीं विद्यार्थियों से बातचीत के दौरान गृहमंत्री ने तमाम सवालों के जवाब भी दिए। इस सत्र में छात्र आर्यन ने गृहमंत्री से पूछा कि आज देश युवा भारतीय संस्कृति से दूर क्यों भाग रहा है| इसके जवाब में गृहमंत्री ने कहा कि यह असर कुछ देर के लिए ही होता है। जब लोग चकाचौंध से प्रभावित होते हैं, लेकिन भारत की सभ्यता इतनी मजबूत है की इसको कोई हिला नहीं सकता। खास बात यह कि इस कार्यक्रम में स्कूल प्रबंधन और छात्रों की ओर से केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए इकट्ठा किए गए 4 लाख रुपये का चेक गृहमंत्री को सौंपा गया। इस दौरान स्कूल प्रबंधन के तमाम लोगों समेत कई विद्यार्थी और उनके अभिवावक भी मौजूद रहे।