राजस्थान की बेटी तनुश्री को मिलेगा BSF में पहला ऑपरेशनल रोल
बीकानेर. राजस्थान बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) में पहली बार ऑपरेशनल रोल में महिला को प्रवेश मिलेगा.
यह अवसर मिलेगा राजस्थान के बीकानेर की बेटी तनुश्री पारीक को. पूरे राजस्थान में इस समाचार के बाद खुशी का माहौल है. बीकानेर और तनुश्री के मोहल्ले में मिठाई बांटी गई है.
50 साल बाद अवसर
सीमा पर 50 साल बाद ऑपरेशनल रोल में किसी महिला अफसर का प्रवेश मंजूर किया गया है. यह पहला ऐतिहासिक गौरव राजस्थान के बीकानेर की रहने वाली तनुश्री पारीक को मिला है.
एयरफोर्स के बाद बीएसएफ की पहल
हाल ही में एयरफोर्स ने फाइटर प्लेन उड़ाने के लिए महिला पायलट को इजाजत दी है, उसी तरह बीएसएफ में भी बॉर्डर पर ऑपरेशनल ड्यूटी के लिए बतौर अफसर महिलाओं को कमान सौंपने का फैसला किया है. इसी कड़ी के तहत तनुश्री पारीक असिस्टेंट कमांडेंट के तौर पर बीएसएफ में चुनी गई हैं. वे अगले साल फरवरी में टेकनपुर स्थित बीएसएफ एकेडमी में ट्रेनिंग जॉइन करेंगी.
बॉर्डर फिल्म से प्रेरणा
तनुश्री के परिजनों ने न्यूज 18 को बताया कि बीकानेर में बॉर्डर फिल्म की शूटिंग हो रही थी. इस समय तनुश्री स्कूल जाने लगी थी. इसमें सेना का अहम रोल था. फिल्म से प्रेरणा लेकर उन्होंने बीएसएफ में जाकर देश की सेवा का मानस बनाया था. जो आज एक गौरव के रुप में सामने आया है. वहीं तनुश्री पारीक का कहना है कि उन्होंने बीकानेर में करीब से बीएसएफ के कामकाज के तरीके को देखा. मैंने नौकरी के लिए नहीं पैशन के लिए बीएसएफ को चुना. तनुश्री स्कूल और कॉलेज के दौरान एनसीसी कैडिट रही.