राजीव गांधी दोबारा PM बनते तो राम मंदिर बन गया होता:सुब्रमण्यम स्वामी
भाजपा नेता और नेहरू-गांधी परिवार के घोर आलोचक सुब्रमण्यम स्वामी ने रविवार को कहा कि राजीव गांधी अगर दोबारा प्रधानमंत्री बनते तो अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो चुका होता। स्वामी ने अयोध्या विवाद के समाधान के लिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के प्रयासों की जमकर सराहना की।
स्वामी ने मुंबई में ‘अयोध्या में श्रीराम मंदिर क्यों और कैसे’ विषय पर आयोजित एक संगोष्ठी में कहा, ‘मैं राजीव गांधी को बहुत अच्छी तरह जानता था। अगर वह दोबारा प्रधानमंत्री बनते तो उन्होंने उसी स्थान पर (जहां विवादित ढांचा था) राम मंदिर का निर्माण करा दिया होता। राजीव ने विवादित स्थल का ताला खुलवा दिया था और राम मंदिर के लिए शिलान्यास कार्यक्रम की अनुमति दे दी थी।’
भाजपा नेता ने कहा, राजीव गांधी ने रामराज्य की अवधारणा को लागू करना शुरू किया था, लेकिन उनके असामयिक निधन से चीजें बदल गईं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में रोजाना आधार पर अयोध्या विवाद की सुनवाई के लिए आम सहमति बनाने का प्रयास करने की बात कही। कोर्ट का आखिरी फैसले से मंदिर निर्माण का रास्ता साफ होगा।
सहमत हो गए थे मुस्लिम नेता
स्वामी ने दावा किया कि उन्होंने मामले में शामिल मुस्लिम नेताओं से प्रस्ताव पर चर्चा की थी और सिद्धांत रूप में वो सहमत भी हो गए थे। हालांकि, जब अदालत में प्रस्ताव का समर्थन करने की बारी आई तो वो ‘चुप’ रह गए। भाजपा नेता ने कहा कि उच्चतम न्यायालय का आखिरी फैसला अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ करेगा। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य मौजूदा साल के आखिर में शुरू हो सकता है।
साल के अंत तक शुरू हो सकता मंदिर निर्माण कार्य
भाजपा नेता ने कहा कि मंदिर निर्माण कार्य मौजूदा साल के आखिर में शुरू हो सकता है। यह पूछे जाने पर कि देश को स्कूल, अस्पताल, सड़क और शौचालयों की अधिक आवश्यकता है या राम मंदिर की तो उन्होंने कहा, ‘यह (विकास) सरकार का काम है और सरकार सही तरीके से काम कर रही है। सरकार उसका खयाल रखेगी। मुझे मेरा काम (मंदिर निर्माण के लिए प्रयास का काम) करने दें।’