राजीव शुक्ला बोले- 10 साल से हमारी पॉलिसी, PAK से हम नहीं खेल सकते मैच
सीमा पर लगातार बने तनाव के बीच भारत का पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच नहीं खेलने को लेकर बहस लंबे समय से चल रही है. अब पुलवामा हमले के बाद यह मांग जोरों से उठने लगी है. क्रिकेट विश्व कप के मैच में अब पाकिस्तान के साथ भारतीय टीम के नहीं खेलने की मांग पर क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा है कि हमारी 10 साल से पॉलिसी रही है, चाहे वो वाजपेयी के दौर का हो या फिर किसी और राजनीतिक पार्टी का दौर हो, हम पाकिस्तान के साथ नहीं खेल सकते हैं. द्विपक्षीय मैचों की बात की जाए तो भारतीय क्रिकेट टीम सुरक्षा कारणों से न पाकिस्तान जाती है और न पाकिस्तान की टीम भारत आती है.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आईसीसी के टूर्नामेंट्स में भारतीय टीम को पाकिस्तान के साथ खेलना अनिवार्य है, लेकिन दोनों देशों के बीच अगर द्विपक्षीय मैच होते हैं तब भारतीय टीम पाकिस्तान के साथ नहीं खेल सकती. राजीव शुक्ला का यह भी कहना है कि जब सरकार कहेगी तब भारतीय टीम आगे बढ़कर पाकिस्तान के साथ मैच खेलने मैदान पर उतरेगी और अगर सरकार मना करती है तो भारतीय टीम पाकिस्तान के साथ मैच नहीं खेलेगी.
दूसरी ओर, आईसीसी और वर्ल्ड कप 2019 आयोजन समिति को अब भी विश्वास है कि 16 जून को मैनचेस्टर में होने वाले भारत-पाक मैच तय कार्यक्रम के अनुसार ही होंगे. हालांकि आईसीसी ने यह भी कहा है कि वर्ल्ड कप से पहले भारत-पाक संबंधों पर उसकी नजर है. क्रिकेट की सबसे बड़ी नियामक संस्था का यह बयान उन अटकलों के बीच आया है, जिसमें आशंका जताई जा रही है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद वर्ल्ड कप 2019 में भारत पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच का बहिष्कार कर सकता है.
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष डेविड रिचर्डसन ने कहा, ‘ फिलहाल दोनों क्रिकेट बोर्डों की ओर से ऐसे कोई संकेत नहीं हैं. हमने अब तक इस बारे में दोनों बोर्ड को नहीं लिखा है.’
वहीं, पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने कहा था कि 16 जून को भारत को मैनचेस्टर में पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलना चाहिए. हालांकि बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने हरभजन की इस टिप्पणी पर कहा कि हरभजन ने अपना पक्ष रखा, लेकिन यह नहीं कहा कि अगर हमें उनके खिलाफ सेमीफाइनल या फाइनल खेलना पड़े तो क्या हम नहीं खेलेंगे. काल्पनिक हालात पर बात हो रही है.