राज्यपालों के कार्यक्षेत्र में बदलाव : आरिफ खान को केरल तो कलराज को मिला राजस्थान का कार्यभार
नई दिल्ली : कई राज्यों में एक बार फिर बड़ा फेर बदल किया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कई राज्यपालों का तबादला किया है साथ ही कुछ को नया नियुक्त किया गया है। राजस्थान में कलराज मिश्र को राज्यपाल नियुक्त किया गया है। इससे पहले तक वह हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल हुआ करते थे। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में नियुक्त होने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि मैं पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का आभारी हूं। उन्होंने मुझे हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में यह जिम्मेदारी दी है और मैं संविधान के अनुसार काम करूंगा। वहीं महाराष्ट्र में भगत सिंह कोश्यारी को राज्यपाल बनाया गया है। अब से हिमाचल के नए राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय होंगे। वहीं आरिफ मोहम्मद को केरल का राज्यपाल बनाया गया हैं। तमिलसाईं सौदरराजन को तेलंगाना के राज्यपाल के तौर पर कमान सौंपी कई। गौरतलब है कि इससे पहले सौंदरराजन तमिलनाडु भाजपा की प्रदेश अध्यक्ष थीं। जानकारी के लिए बता दें कि आरिफ खान ने तीन तलाक को गौरकानूनी घोषित करने के फैसले पर केंद्र सरकार के फैसले का समर्थन किया था साथ ही अनुच्छेद 370 पर भी उन्होंनें केंद्र सरकार के फैसले का साथ दिया था।आरिफ खान कांग्रेस में दो बार, जनता दल और बसपा से एक-एक बार लोकसभा सदस्य रह चुके हैं। 2004 में वह भाजपा में शामिल हो गए थे। 2007 में उन्होंने भाजपा छोड़ दी थी। इसके बाद उन्होंने संसदीय राजनीति से दूरी कर ली थी। कलराज मिश्र कुछ समय पहले तक हिमाचल के राज्यपाल हुआ करते थे। कलराज राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पूर्णकालिक प्रचारक भी रह चुके हैं। केंद्र और यूपी सरकार में वह कैबिनेट मंत्री भी थे।
2010 से 2012 तक वह प्रदेश भाजपा के प्रभारी रहे। पिछले लोकसभा चुनाव के वक्त भाजपा के प्रभारी थे। वह तीन बार राज्यसभा सांसद और एक बार देवरिया से लोकसभा सदस्य भी रहे। भगत सिंह कोश्यारी का जन्म 17 जून 1942 को उत्तराखंड के बागेश्वर जिले स्थित नामती चेताबागड़ गांव में हुआ था। वह उत्तराखंड के बड़े नेता हैं। जब उत्तर प्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड़ बना तो कोश्यारी को ही राज्य का पहला प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था। 2001 से लेकर 2002 तक वह राज्य के मुख्यमंत्री रहे। फिर 2002 से लेकर 2007 तक उन्होंने विपक्ष के नेता के तौर पर जिम्मेदारी निभाई थी। बता दें कि वह पत्रकार और शिक्षक भी रहे हैं। 2008 से 2014 तक वह राज्यसभा सांसद भी रहें। बंडारू दत्तात्रेय भारतीय जनता पार्टी की संयुक्त आंध्र प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रह चुके हैं। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान वह श्रम और रोजगार मंत्री थे। वर्ष 1965 में उन्होंने आरएसएस ज्वाइन कर ली थीं। आपातकाल के वक्त वह जेल भी गए थे।