राज्य के अस्पतालों में बदलेगा ओपीडी का समय
राज्य ब्यूरो, रांची। राज्य सरकार अस्पतालों में ओपीडी का समय बदलेगी। चिकित्सकों की मांग पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित उच्चस्तरीय कमेटी ने अपनी अनुशंसा में इसपर स्वीकृति दी है। कमेटी ने अपनी अनुशंसा विभाग को सौंप दी है। इसमें सदर अस्पतालों में सुबह की ओपीडी सेवा सुबह नौ बजे से शाम तीन बजे तक तथा शाम तीन बजे से छह बजे तक चलाए जाने की अनुशंसा की गई है। विभाग ने कमेटी की अनुशंसा पर प्रस्ताव बढ़ा दिया है।
इससे पहले, ओपीडी का समय सुबह नौ से शाम तीन बजे तथा शाम तीन बजे से रात नौ बजे तक रखा गया था, जिसका चिकित्सक विरोध कर रहे थे। कमेटी की अनुशंसा में यह भी कहा गया है कि सुबह नौ से शाम तीन बजे तक की ओपीडी सेवा अस्पतालों में उपलब्ध विशेष चिकित्सकों के अनुसार चलेगी। वहीं, शाम तीन से छह बजे तक की ओपीडी में कम से कम एक पुरुष व एक महिला ओपीडी अनिवार्य रूप से चलेगी।
चिकित्सक अपनी कार्य अवधि (ड्यूटी आवर) तथा सुबह की ओपीडी के दौरान निजी प्रैक्टिस नहीं करेंगे। इसके बाद वे निजी प्रैक्टिस कर सकेंगे। यह भी अनुशंसा की गई है कि यदि चिकित्सक प्राइवेट अस्प्ताल, नर्सिंग होम या डायग्नोस्टिक सेंटर में प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं तो वे इस संबंध में पूर्व जानकारी संबंधित सिविल सर्जन को देंगे। राज्य सरकार ने पूर्व में इसपर रोक लगा दी थी, लेकिन चिकित्सकों के आंदोलन के बाद हुई वार्ता में इसपर सहमति बनी थी।
500 मीटर की परिधि में प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं
कमेटी की अनुशंसा के अनुसार चिकित्सक शहरी क्षेत्रों में अस्पताल परिसर के 500 मीटर की दूरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 250 मीटर की परिधि के बाहर ही निजी प्रैक्टिस कर सकेंगे। इसके अलावा वे अपने पदस्थापन जिले के बाहर भी प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं कर सकेंगे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्व में जारी गाइडलाइन में भी यह शर्त रखी गई थी। चिकित्सक सरकारी अस्पताल से किसी रोगी को निजी व्यवसाय वाले अस्पतालों में रेफर भी नहीं करेंगे। चिकित्सक अपने सरकारी आवास में भी प्रैक्टिस नहीं कर सकते हैं।
कमेटी में ये थे शामिल
राज्य मलेरिया पदाधिकारी डा. रमेश प्रसाद, स्वास्थ्य उपनिदेशक डा. एमएन लाल तथा निदेशक प्रमुख (स्वास्थ्य सेवाएं) के तकनीकी सचिव डा. राकेश दयाल।