देहरादून। महिला संत राधे मां इन दिनों उत्तराखंड में हैं। उन्होंने यहां गंगा में स्नान किया। साथ ही गंगा आरती में पहुंची। लेकिन इन सबके बीच वह एक बार फिर विवादों में घिर गईं। उन्होंने गंगा में पॉलिथीन की थैली से दूध चढ़ाने और जूता पहनकर घाट आने को लेकर विवाद शुरू हो गया है। वहीं राधे के भक्त इस मामले में सफाई दे रहे हैं
राधे मां जूता पहनकर गंगा घाट पर पहुंची
राधे मां गंगा में पॉलिथीन में दूध लेकर दुग्धाभिषेक भी किया। इस दौरान जूते पहनकर गंगा घाट पर पहुंचने को लेकर राधे मां विवादों में आ गई। हालांकि उनके भक्तों ने यह कहकर सफाई दी कि जूते कपड़े के थे।
गंगा की मर्यादा के विपरीत आचरण करने का लगा आरोप
अखिल भारतीय युवा तीर्थ पुरोहित महासभा के कार्यकर्ताओं ने राधे और उनके अनुयायियों पर गंगा की मर्यादा के विपरीत आचरण करने का आरोप लगाया। रामघाट पर हुई बैठक में अध्यक्ष उज्जवल पंडित ने कहा कि जूते पहनकर गंगा घाट पर जाना निंदनीय है।
बता दें कि राधे मां शनिवार को शहर से सटे सलेमपुर के पास हृदय विहार कालोनी में अपने अनुयायी मुकेश कुमार के यहां सत्संग में भाग लेने आई थी।
रविवार की तड़के करीब चार बजे उन्होंने भक्तों के साथ हरकी पैड़ी पहुंचकर मां गंगा के दर्शन किए। भक्तों के साथ मां गंगा के जयकारे लगाते हुए उन्होंने सुख समृद्धि की कामना की।
हालांकि इस दौरान राधे के जूते पहनने और पॉलिथीन की थैली से दूध चढ़ाने और जूता पहनकर घाट पर आने पर विवाद भी हो गया। वहीं राधे इससे पहले भी विवादों में घिर चुकी हैं।