नई दिल्ली : राफेल पर बीजेपी ने एक बार फिर राहुल गांधी पर पलटवार किया है| आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी के जीजा रॉबर्ट वाड्रा जेल जाएंगे| उन्होंने आज दो सबूत दिखाए| पहला रॉबर्ट वाड्रा का लंदन स्थित 19 करोड़ के घर की तस्वीर और दूसरा वाड्रा का ज्यूरिख के लिए टिकट| पात्रा ने कहा कि ऐसा कोई करप्शन नहीं जो कांग्रेस के दरवाजे जाकर ना रुके| कांग्रेस को कमीशन नहीं मिलने और राहुल के लाॉन्च नहीं होने के चलते राफेल पर विवाद किया जा रहा है| पात्रा ने आरोप लगाया कि वाड्रा ने अपने दोस्त संजय भंडारी के साथ मिलकर एक ऑफसेट कंपनी बनाई थी| संजय भंडारी और दासौ के साथ सांठ-गांठ नहीं होने के चलते राफेल डील यूपीए में नहीं हुई| मोदी सरकार आने के बाद संजय भंडारी पर कार्रवाई हो रही. रॉबर्ट वाड्रा पर शिकंजा कसता जा रहा है| पात्रा ने कहा कि वाड्रा एक दिन जरूर जेल जाएंगे| यह कोई राजनीतिक प्रतिशोध नहीं, बल्कि इस परिवार और वाड्रा द्वारा देश को लूटने के कारण होगा| एक न एक दिन उन्हें जेल जाना ही होगा| पात्रा ने लालू यादव का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने भी चारा घोटाला किया, इसके लिए उन्हें भले ही 20 साल के बाद लेकिन जेल जाना ही पड़ा| इससे पहले पात्रा ने आरोप लगाया कि संजय भंडारी ने 2008 में एक लाख की पूंजी से ऑफसेट कंपनी बनाई और जो बाद में हजारों करोड़ की कंपनी बनी| मोदी के आने के बाद 2014 में दलाली करने वाली कंपनी पर कार्रवाई हुई| 2016 में भंडारी के घर, दफ्तर पर रेड हुई| रेड में रक्षा मंत्रालय के दस्तावेज, रक्षा सौदे के गोपनीय दस्तावेज उनके घर से मिले|
पात्रा ने कहा कि राफेल के कागज भी राबर्ट वाड्रा के अभिन्न मित्र संजय भंडारी के घर से मिले. कई ईमेल भी मिले| लंदन में संजय भंडारी के रिश्तेदार सुमित चड्ढा द्वारा राबर्ट वाड्रा के लिए 19 करोड़ के घर की डिटेल्स है| संबित पात्रा ने दावा किया कि 2009 में ये घर खरीदा गया था| संबित पात्रा ने कहा कि आज देश को बेचने वाले और डाका डालने वाले लोग पीएम पर सवाल उठाते हैं| उन्होंने कहा कि 2012 में स्विस कंपनी पिलेट्स एयरक्राफ्ट की डील यूपीए में हुई थी| इसको टेंडर देने के लिए शर्तें बदली गईं| उन्होंने कहा कि संजय भंडारी ने वाड्रा के लिए ज्यूरिख का एयर टिकट मेल से भेजा था| जिस समय डील हो रही थी, उस समय वाड्रा स्विट्जरलैंड जा रहे थे| पात्रा ने सवाल किया कि राहुल गांधी जवाब दें कि उनका दामाद क्या कर रहा था| पात्रा ने दावा किया कि संजय भंडारी की कंपनी OIS ने राफाउट के साथ साझेदारी कर दासौ के साथ राफेल डील की कोशिश की| दासौ ने OIS की पड़ताल कर डील से मना कर दिया, इसलिए यूपीए के समय ये डील नहीं हुई|