रामविलास वेदांती ने कहा, 2019 की रामनवमी तक नहीं शुरू हुआ मंदिर निर्माण तो करूंगा आत्महत्या
लखनऊ/अयोध्या (एजेंसी) : भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद राम विलास वेदांती ने मोदी सरकार को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर 2019 की रामनवमी तक मंदिर निर्माण का काम शुरू नहीं हुआ तो मैं रामनवमी के दिन आत्महत्या कर लूंगा। उन्होंने यह बयान तब दिया जब सर्वोच्च न्यायालय में अयोध्या मामले की सुनवाई तेजी से हो रही है। रामविलास वेदांती ने कहा कि जब बाबर ने ढांचे का निर्माण किया था तो क्या अदालत का ऑर्डर लेकर आया था या जब बाबरी मस्जिद का विध्वंस किया गया था तो क्या सर्वोच्च न्यायालय ने आदेश दिया था। अब मंदिर का निर्माण भी बिना कोर्ट के आदेश के होगा। वहीं, संत राम विलास वेदांती के बयान का समर्थन अखिल भारतीय हिन्दू महासभा ने भी किया है। राष्ट्रीय महासचिव देवेन्द्र पाण्डेय ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राम के नाम पर सत्ता का वरदान लेने वाला अब राम द्रोही बन गया है, जिस कारण संतों को आत्मदाह करने जैसी बातें करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि वेदान्ती जी के आत्महत्या के निर्णय में मैं भी साथ हूं, जरूरत हुई तो मैं भी आत्महत्या करूंगा, मेरी और वेदान्ती जी महाराज की आत्महत्या को देश की जनता सरकार द्वारा की गई हत्या समझे, क्योंकि आत्महत्या का निर्णय धार्मिक सामाजिक संस्कृति के अपमान और सरकार के झूठे अश्वासन के आघात से आहत हो कर लिया गया निर्णय होगा, सरकार को अपने वादे याद करने और उन पर अमल करना चाहिए, वर्ना हमारी हत्या का पाप उन्हें ले डूबेगा। रामविलास वेदांती ने अध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर की अयोध्या मसले पर मध्यस्थता को लेकर प्रदेश सरकार से श्रीश्री रविशंकर के अयोध्या में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। वेदांती ने कहा था कि श्रीश्री रविशंकर का अयोध्या मामले से कोई लेना-देना नहीं है, वह बिना वजह पूर्व में हुए समझौतों से अलग फार्मूला बना रहे हैं जो श्रीरामजन्मभूमि से जुड़े लोगों को हरगिज बर्दाश्त नहीं है। उनका अचानक राम-प्रेम किसी के गले नहीं उतर रहा है। श्रीराम जन्मभूमि के नाम पर उन्हें व्यापार नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा था कि श्रीश्री रविशंकर आर्ट ऑफ लिविंग नाम का एनजीओ चलाते हैं, ऐसे में श्रीराम जन्मभूमि को भी वह एनजीओ ही समझ रहे हैं। उन्हें यह व्यापार नहीं करने देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि रविशंकर किसी देवी या देवता को नहीं मानते हैं, ऐसे में भगवान श्रीराम के प्रति अचानक यह प्रेम किसी के गले नहीं उतर रहा है।
राम विलास वेदांती राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य हैं। लम्बे समय से भाजपा से जुड़े रहे हैं। राम मंदिर आन्दोलन के अगुआ रहे हैं। वेदांती पर भी आडवाणी, उमा भारती समेत विवादित ढांचा गिराने के आरोप लगे हैं और उनका मुकदमा भी अदालत में चल रहा है। वेदांती 1998-99 में जौनपुर के मछली शहर से भाजपा के सांसद भी रह चुके हैं।