रामानुजन फाउंडेशन बनाएंगे मार्क जुकरबर्ग व सुंदर पिचाई
वॉशिंगटन। गूगल सीईओ सुंदर पिचाई और फेसबुक संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के नाम पर एक फाउंडेशन बनाने का फैसला किया है। खास यह है कि रामानुजन पर बनी फिल्म द मैन हू न्यू इनफिनिटी को देखने के बाद इन लोगों ने यह निर्णय लिया है।
रूसी अरबपति और डिजिटल स्काई टेक्नालॉजी के संस्थापक यूरी मिलर ने इस सप्ताहांत सिलिकॉन वैली में मैथ्यू ब्राउन की फिल्म द मैन हू न्यू इनफिनिटी की स्क्रीनिंग का आयोजन किया था। इसमें अमेरिका की जानी-मानी शख्सियतें मौजूद थीं। फिल्म से जुड़े सूत्र ने बताया, मिलर ने लॉस एल्टोस स्थित अपने आवास पर फिल्म की स्क्रीनिंग तथा रात्रिभोज का कार्यक्रम रखा था।
इसमें पिचाई, सर्गेई ब्रिन (गूगल के संस्थापक), जुकरबर्ग, ब्रेंडन इर्बी (ओकुलुस वीआर के सीईओ) और सिलिकॉन वैली की करीब पचास अन्य शख्सियतें मौजूद थीं। कार्यक्रम से लौट रहे हर शख्स की आंखें नम थीं। सूत्र ने बताया कि इनमें से जुकरबर्ग और पिचाई सहित कुछ लोगों ने रामानुजन के नाम पर एक फाउंडेशन के गठन का फैसला किया।
रामानुजन का संक्षिप्त परिचय
महान गणितज्ञ रामानुजन का जन्म 22 दिसंबर 1887 को कोयंबटूर में हुआ था। रामानुजन को गणित में कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं मिला, बावजूद इसके उन्होंने विश्लेषण एवं संख्या सिद्धांत के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
रामानुजन ने गणित के 3,884 प्रमेयों का संकलन किया। इनमें अधिकांश सही सिद्ध की जा चुकी हैं। हाल ही में इनके सूत्रों को क्रिस्टल-विज्ञान में प्रयुक्त किया गया है। गणित के क्षेत्र में हो रहे काम के लिए रामानुजन जर्नल की स्थापना की गई है। 26 अप्रैल, 1920 को मात्र 32 वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु हो गई थी।