राम मंदिर पर अध्यादेश लाए बीजेपी, शिवसेना का पूरा समर्थनः उद्धव
अयोध्या: अयोध्या में जय श्री राम के नारों की गूंज लगातार तेज होती जा रही है। दो दिन पहले महाराष्ट्र के ठाणे से रवाना हुआ शिवसैनिकों का पहला जत्था देर रात अयोध्या पहुंच गया। शनिवार को उद्धव ठाकरे भी अपने परिवार के साथ अयोध्या पहुंचे और साधु संतों से मुलाकात की, लक्ष्मण किला पहुंचकर उद्धव ठाकरे ने परिवार के साथ पूजा अर्चना भी की फिर शनिवार शाम को सरयू तट पर आरती की अयोध्या में राम मंदिर को लेकर माहौल एक बार फिर से गरम होता जा रहा है। हजारों शिवसैनिकों का जत्था रेल और हवाई मार्ग से अयोध्या पहुंच चुका है। सभी की जुबां पर सिर्फ एक ही नारा है ‘अबकी बार राम मंदिर का निर्माण होकर रहेगा’। रविवार को अयोध्या में होने वाली धर्म संसद को लेकर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
इस बीच उद्धव ठाकरे भी अपने परिवार के साथ अयोध्या पहुंचे और फिर शाम को सरयू तट पर आरती की। शिवसेना का कहना है कि राम मंदिर का काम जल्द से जल्द शुरू हो जाए, इसके लिए उद्धव ठाकरे ने अपने परिवार के साथ सरयू नदी के किनारे महाआरती की इसी दौरान पुरे महाराष्ट्र में हर जगह शिवसैनिकों ने भी महाआरती की शनिवार को अयोध्या पहुंचे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पहले साधु-संतों से मुलाकात की और अपने परिवार के साथ लक्ष्मण किला का दौरा किया। इस बीच शिवसैनिकों और साधु संतों को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘मुझे राम मंदिर निर्माण का श्रेय नहीं चाहिए। मुझे राम मंदिर निर्माण की तारीख चाहिए। हम सब मिलकर राम मंदिर का निर्माण करेंगे। सब साथ आएंगे, तो राम मंदिर जल्द बनेगा।’
उद्धव का हमला- 4 साल से कुंभकर्ण की नींद सो रही बीजेपी इस दौरान उद्धव ठाकरे ने बीजेपी और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला हिंदी में संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं आज यहां सिर्फ आशीर्वाद लेने आया हूं, लेकिन अब आता रहूंगा। मैं जब यहां आ रहा था, तो लोग मुझसे पूछ रहे थे कि क्या राजनीति करने पहुंच रहे हो। मैं यहां राजनीति करने नहीं आया हूं। मैं आज कुंभकर्ण बनी बीजेपी को जगाने आया हूं। कुंभकर्ण तो छह महीने सोता था, लेकिन बीजेपी चार साल से सो रही है। मैं चाहता हूं कि सब मिलकर मंदिर बनाए।’
उद्धव ने राम मंदिर के निर्माण का श्रेय लेने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, ‘अगर बीजेपी को श्रेय लेना है, तो वो ही ले ले. मैं संत लोगों के सामने कहता हूं कि मैं सिर्फ भक्त बनकर आऊंगा। मुझे राम मंदिर निर्माण की तारीख चाहिए। तब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी, तो थोड़ी मुश्किल थी, लेकिन आज बीजेपी अध्यादेश लाती है, तो हमारी पार्टी पूरा समर्थन करेगी। ‘
उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘पीएम मोदी ने जैसे नोटबंदी का निर्णय लिया था, उसी प्रकार राम मंदिर निर्माण का निर्णय भी लिया जाना चाहिए। मंदिर बनाने के लिए हिम्मत चाहिए। सीना कितना भी चौड़ा क्यों न हो, सीने में ताकदवर दिल होना जरूरी है। कई महीने और कई साल बीत गए, पर राम मंदिर का मुद्दा वैसे का वैसा ही है।’
शिवसेना चीफ बोले- अदालत में नहीं मापी जा सकती आस्था
ठाकरे ने बीजेपी से कहा, ‘आस्था अदालत में मापी नहीं जा सकती है। अदालत में कुछ भी फैसला होने से पहले आप अध्यादेश लाइए। देश के सभी हिन्दू आपके साथ कंधे से कंधा मिलकर चलेंगे। अटल ने कहा था अब हिन्दू मार नहीं खाएगा, लेकिन आज मैं कहता हूं कि अब राम मंदिर पर हिंदू चुप नहीं रहेगा। राम मंदिर बनने के बाद मैं राम भक्त की तरह दर्शन करने आऊंगा।’
उद्धव ने मोदी सरकार से पूछा, ‘राम मंदिर के लिए और कितने साल इन्तजार करेंगे? हम जो वादा करते हैं, वो पूरा करते हैं। हजारों शिवसैनिक अयोध्या आए हैं। यहां मुझको साधु-संतों से आशीर्वाद प्राप्त हुआ है।’ बीजेपी पर हमला बोलते हुए ठाकरे ने कहा, ‘राम मंदिर पर बीजेपी चार साल से कुंभकर्ण बनी रही। अब मैं इसको जगाने आया हूं।’ अयोध्या में बढ़ते हलचल को देखते हुए सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई है और 70 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को वहां तैनात किया गया है। राम की नगरी अयोध्या में जय श्री राम के नारों की गूंज लगातार तेज होती जा रही है. दो दिन पहले महाराष्ट्र के ठाणे से रवाना हुआ शिवसैनिकों का पहला जत्था देर रात अयोध्या पहुंचा।जानकारी के मुताबिक अब तक महाराष्ट्र से करीब 15,000 लोग अलग-अलग तरीकों से अयोध्या पहुंचे हैं।
सब्र का बांध टूट गया : रामदेव
अयोध्या में राम मंदिर को लेकर बाबा रामदेव ने कहा कि राम हिन्दू और मुसलमान दोनों के ही पूर्वज हैं। मंदिर के निर्माण में इतनी देरी हो चुकी है कि लोगों के सब्र का बांध अब टूट चुका है। इसके लिए सरकार को कानून लाना चाहिए, वरना लोग खुद ही इसका निर्माण शुरू कर देंगे। उन्होंने आगे कहा कि अगर लोग ऐसा करते हैं, तो साम्प्रदायिक सद्भाव बिगड़ सकता है। मुझे विश्वास है कि देशभर में राम को लेकर कोई विरोध नहीं होगा। सभी हिन्दू, मुस्लिम और ईसाई उनके वंशज हैं। वहीं, महाराष्ट्र के नासिक और पुणे इलाके से शिव सैनिकों को लाने के लिए विशेष रूप से ट्रेनों का इंतजाम किया गया। शिवसेना ने महाराष्ट्र से पूरी की पूरी ट्रेन ही बुक करके अयोध्या के लिए रवाना कर दिया था। पहली ट्रेन शुक्रवार देर रात पहुंची तो दूसरी शनिवार सुबह। सैकड़ों की संख्या में शिवसेना और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं का अयोध्या में जमावड़ा हो रहा है।
अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद
इतनी ज्यादा संख्या में शिवसैनिकों के अयोध्या आने के बाद की स्थिति पर नजर रखने और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए चप्पे-चप्पे पर पीएसी तैनात की गई है। साथ ही स्थानीय पुलिस हर संवेदनशील जगह पर नजर बनाए हुए हैं। राम जन्मभूमि पुलिस स्टेशन और अयोध्या पुलिस स्टेशन की पुलिस रेलवे स्टेशन पर डेरा डाले हुए हैं। साथ ही पूरी स्थिति पर ड्रोन कैमरा से और सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है। सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वो अपने स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करें। उत्तर प्रदेश सरकार ने विशेष रूप से अयोध्या की स्थिति पर नजर रखने के लिए अपने 4 आईपीएस अफसर लखनऊ से अयोध्या भेजे हैं, जो यहां के स्थानीय अधिकारियों के साथ मीटिंग कर कानून और व्यवस्था पर नजर रखेंगे।
राम मंदिर पर बीजेपी को दरकिनार करने की कोशिश में उद्धव
25 नवंबर को अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की धर्म संसद है। दावा किया जा रहा है कि धर्म संसद में लाखों की तादात में राम भक्त अयोध्या में मौजूद रहेंगे। वहीं, शनिवार को दो दिवसीय यात्रा पर अयोध्या पहुंचे शिवसेवा प्रमुख उद्धव ठाकरे की कोशिश राम मंदिर निर्माण पर बीजेपी को पीछे धकेलते हुए इस मुद्दे पर अपना वर्चस्व कायम करने की है। रविवार को उद्धव रामलला के दर्शन करने के बाद शिवसैनिकों से रूबरू भी होंगे। हालांकि अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन उद्धव का राम मंदिर को लेकर आंदोलन करने का ऐलान बेहद अहम है। शिवसेना के प्रवक्ता संजय रावत के मुताबिक उद्धव शनिवार को कलश पूजन के बाद शाम की आरती में शामिल होंगे और फिर रविवार सुबह रामलला के दर्शन करने के लिए राम जन्मभूमि जाएंगे। इसी के साथ राम मंदिर निर्माण को लेकर नई शुरुआत की जाएगी।
रविवार को धर्म संसद, RSS और शिवसेना लेंगे हिस्सा
महाराष्ट्र से शिवसेना के कार्यकर्ताओं का जत्था ट्रेन से अयोध्या पहुंच चुका है। कई लोग शिवसेना सांसद अरविंद सावंत के नेतृत्व में हवाई रास्ते से भी अयोध्या पहुंचे। कहा जा रहा है कि 25 नवंबर की धर्म संसद में आरएसएस और शिवसैनिक भी शामिल होंगे। अयोध्या में बढ़ती सक्रियता को लेकर शहर में तनाव का माहौल है। हालांकि प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने का दावा किया है। अयोध्या और फैजाबाद में धारा 144 तक लागू कर दी गई है। पूरी अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। 70 हजार जवान तैनात करने के साथ ही ड्रोन भी नजर रख रहे। सिर्फ शिवसैनिक ही नहीं, बल्कि साधु संतों का जमावड़ा भी अयोध्या में बढ़ता जा रहा है। ज्यादातर साधु भी एक सुर से राम मंदिर निर्माण की वकालत करते हुए लगातार राम नगरी में पहुंच रहे हैं।