राम मंदिर पर गहमागहमी तेज : दिल्ली धर्मसभा में भइया जी जोशी ने कहा-भीख नहीं मांग रहे, कानून लाये सरकार
नई दिल्ली : राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद के हजारों कार्यकर्ता रामलीला मैदान में इकट्ठा हुए। इस रैली की मदद से संसद के शीतकालीन सत्र से ठीक पहले मोदी सरकार पर राम मंदिर को लेकर अध्यादेश लाने का दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। रामलीला मैदान में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाहक सुरेश भैया जी जोशी ने एक तरह से मोदी सरकार को अल्टिमेटम देते हुए कहा है कि राम मंदिर की भीख नहीं मांगी जा रही है, सरकार को कानून बनाना चाहिए। ‘संघ’ के प्रमुख नेता भैयाजी जोशी ने अपने संबोधन में सुप्रीम कोर्ट पर भी टिप्पणी करते हुए कहा है कि न्यायालय की प्रतिष्ठा बनी रहनी चाहिए। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद पर सुनवाई को जनवरी तक के लिए टाल दिया था। भैयाजी जोशी ने कहा कि न्यायालय को लोगों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। संघ नेता ने कहा, जिस देश में न्याय व्यवस्था, न्यायालय के प्रति अविश्वास हो उसका उत्थान संभव नहीं, इस पर भी न्यायालय विचार करे। वैसे तो रैली वीएचपी की थी, लेकिन संघ ने भी इसी बहाने अयोध्या विवाद पर मोदी सरकार को एक सख्त संदेश देने की कोशिश की है। सत्ता में बैठे लोगों ने भी घोषणा की है कि मंदिर वहीं बनाएंगे, अब संकल्प पूरा करने का समय आ गया है। बिना झिझक के उन्हें इसे पूरा करना चाहिए। संघ सरकार्यवाहक ने कड़े शब्दों में कहा, सत्ता में बैठे लोगों को जनभावनाओं का सम्मान करना चाहिए, हम भीख नहीं मांग रहे हैं। हमारा किसी से भी संघर्ष नहीं है, चाहे कोई किसी भी पूजा पद्धति को मानने वाला हो। उन्होंने कहा, अगर संघर्ष ही करना होता तो इतनी देर राह नहीं देखते, इसे संप्रदाय की दृष्टि से न देखें, मंदिर का निर्माण भविष्य में रामराज्य की नींव बनेगा। ‘संघ’ नेता ने कहा कि देश पर हमला करने वालों के निशान मिटने चाहिए। गौरतलब है कि संसद के शीतकालीन सत्र से कुछ दिन पहले विश्व हिंदू परिषद की रैली में रविवार को हजारों लोग अयोध्या में राम मंदिर बनाने की मांग के साथ रामलीला मैदान में जुटे। इस रैली के माध्यम से वीएचपी यह मांग कर रही है कि अगर जरूरत पड़े तो केंद्र सरकार को राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाना चाहिए।
यातायात पुलिस ने रैली को देखते हुए मार्ग परिवर्तन का परामर्श जारी किया है। परामर्श में कहा गया है कि रंजीत सिंह फ्लाईओवर (गुरु नानक चौक से बाराखम्बा रोड), जेएलएन मार्ग (राजघाट से दिल्ली गेट) और वीआईपी गेट चमन लाल मार्ग पर गाड़ियों के आवागमन की अनुमति नहीं है। रामलीला मैदान में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और ऊंची जगहों पर स्नाइपर तैनात किए गए हैं। इस रैली को सफल बनाने के लिए वीएचपी ने लोगों के घर-घर जाकर प्रचार अभियान चलाया। वीएचपी के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा, ‘राम मंदिर के निर्माण के लिए जो लोग विधेयक लाने के पक्ष में नहीं हैं, यह रैली उन लोगों का हृदय परिवर्तन करेगी। संगठन ने मंदिर निर्माण के अपने पूर्व चरण के दौर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और राज्य के राज्यपालों से मुलाकात की थी। आने वाले चरण में वे मंदिरों और मठों में धार्मिक अनुष्ठान और प्रार्थना करेंगे। यह अभियान प्रयाग में साधु-संतों की ‘धर्म संसद’ के साथ संपन्न होगा। अंतिम ‘धर्म संसद’ 31 जनवरी और एक फरवरी को आयोजित होगी।