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#राम रहीम एक और बड़ा खुलासाः ऐसे करता था करोड़ों रुपये की उगाही

दो साध्वियों से रेप का दोषी गुरमीत राम रहीम सिंह रोहतक की सुनारिया जेल की सलाखों के पीछे कैद है. दिन-रात नोटों में खेलने वाला राम रहीम अब जेल में सब्जियां उगा कर 20 रुपये दिहाड़ी कमा रहा है. आखिर राम रहीम ने अरबों रुपये का इतना बड़ा साम्राज्य कैसे खड़ा कर लिया?

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इंवेस्टिगेशन टीम ने छुपे कैमरे के जरिए कैद किए हैं गुरमीत के डेरे की बेतहाशा कमाई के राज. कैसे गुरमीत अपने श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ कर हर दिन करोड़ों की उगाही करता था? गुरमीत अपने साथ खाने का मौका देकर ही श्रद्धालुओं से एक ही दिन में 75 लाख रुपये तक जुटा लेता था. गुरमीत के डेरे से निकली गुड़ की टोकरी 2 करोड़ रुपये की होती थी. डेरे के होटल में ठहरने वालों से एक दिन के लिए डेढ़ लाख रुपये कमरे के हिसाब से वसूली की जाती थी.

गुरमीत ने अपना ऐसा तिलिस्म बना लिया था कि उसकी हर गतिविधि से पैसा बरसता था. वो खाता तो पैसा बरसता. वो होटल में रहता तो पैसा बरसता. वो किसी चीज को छू देता तो उसे अनुयायियों को देने के नाम पर मोटी रकम झटक ली जाती. गुरमीत जब अपने रेस्त्रां में एक दिन खाना खाता तो थाली की कीमत 25000 से तीस हज़ार तक पहुंच जाती. इसके लिए स्टे का सहारा लिया जाता था. क्या था ये स्टे का चक्कर, इसके लिए ‘आज तक’ के अंडर कवर रिपोर्टर ने गुरमीत के यहां काम करने वाले मैनेजर के मुंह से इस तरह निकलवाई सच्चाई.

रिपोर्टर- ‘स्टे’ से क्या मतलब है?

मैनेजर- परमार्थ (चैरिटी) करें 25000-30000 रुपये में वो सिर्फ खाना खाएंगें. जब हमारा होटल घाटे में होता था, तो स्टे आ जाता था.

रिपोर्टर- स्टे में क्या होता है

मैनेजर- स्टे में गुरु जी आएंगे, थोड़ी देर प्रवचन होगा. एक हाल है छोटा सा सतनाम. 200 लोग बैठ सकते हैं. फैमिली मेंबर बैठ सकते है. एक चेयर लगी है. एक रेस्त्रां में खाना चलेगा. खाना खा लेंगे. फिर प्रवचन चलेंगे और एक सेल्फी हो जाएगी.

रिपोटर- खाने की एक प्लेट का रेट कितना?

मैनेजर- 25,000 से 30,000 रुपये.

रिपोर्टर- कितने आदमी खाना खाते हैं?

मैनेजर- करीब 300 तक का डेटा था.

रिपोर्टर- तीन सौ आदमी 25000 हज़ार देते थे.

मैनेजर- 75 लाख हो गया.

यही नहीं सिरसा में गुरमीत के वंडर लैंड में बने रिजॉर्ट (होटल) में रहने की कीमत भी लाखों में थी और सालाना कमाई 7 करोड़ रुपये तक पहुंचती थी. इस का ब्यौरा भी गुरमीत के यहां काम करने वाले शख्स से ही सुनिए.

मैनेजर- सबसे महंगा रुम डेढ़ लाख रुपये का था.

रिपोर्टर – डेढ़ लाख रुपये का.

मैनेजर- यहां दिल्ली एनसीआर या एयरपोर्ट से कोई आता तो उसे बीएमडब्लू, मार्सिडीज़, ऑडी या रोल्स रॉयस की कार पिक कर के लाती. तीन टाइम का खाना होता. सात करोड़ रुपये की कमाई थी साल भर की.

ऐसा नहीं था कि गुरमीत ने सिरसा में बने अपने रिज़ॉर्ट और रेस्त्रां से ही करोड़ों कमाए. अनुयायियों से उसने पैसे झटकने के लिए कैसे कैसे हथकंडे अपनाए हुए थे, वो इसी से समझिए कि गुड़ की ढेली तक से वो मोटी कमाई कर लेता था. उसकी ये करामात डेरा में रहने वाले एक शख्स की जुबानी ही सुनिए.

पूर्व अनुयायी- हर बात की स्कीम चेंज कर देता था. पहले सब्जी बेचनी शुरु की. महाराज ने भिंडी तोड़ दी. महाराज ने खुद तोड़ी. भक्त कहता लाओ जी दस हज़ार रुपये में दे दो. मेरे ससुराल वालों ने दो करोड़ रुपये में गुड़ लिया है.

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