शुक्रवार 5 अगस्त 2016 के राशिफल में जानिए, आपके लिए आज का दिन कैसा रहेगा।
परीक्षा में अनुकूल सफलता मिल सकती है। मित्रों से विवाद सम्भव है सुख-सुविधा में वृद्धि होगी। व्यापार में इच्छित लाभ के योग हैं।
वृषभ
अपने व्यवहार को नम्र बनाएं। धार्मिक कार्यो में रूचि बढ़ेगी। महत्वपूर्ण कार्य सरलता से बनेंगे। वैवाहिक प्रस्ताव आएंगे। व्यापार में नए प्रस्ताव मिलेंगे।
मिथुन
परिवारिक माहोल अनुकूल रहेगा। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। परिवार में सुख-शांति रहेगी। कार्य की वृत्ति को गोपनीय रखना चाहिए। कानूनी विवादों का निपटारा आपके पक्ष में संभव।
कर्क
अपने निजी जीवन में दूसरों की दखल परेशानी में डाल सकती है। कार्य-व्यवसाय में इच्छित स्थिति, लाभ होने के योग हैं। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। संतान की उन्नति-प्रगति होगी।
सिंह
अध्यन के लिए विदेश जाने का अवसर मिलेगा। विचार विमर्श कर फैसले ले। आलस्य से बचें। उलझनों के बावजूद लक्ष्य प्राप्ति में सफलता मिलेगी। पारिवारिक वातावरण सहयोगी रहेगा। यश, प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
कन्या
उधार दिया पैसा न मिलने से चिंता बढ़ सकती है। व्यापार के क्षेत्र का विस्तार होगा। पक्षपात न करें। व्यर्थ समय बर्बाद न करके समय पर कार्य करें। विरोधी आपके काम को प्रभावित कर सकते हैं।
तुला
कर्ज सम्बंधित परेशानी यथवात रहेगी। विवाह के योग बन रहे है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। अधिकारी, कर्मचारियों के मध्य आपका महत्व बढ़ेगा। आवास की समस्या हल होगी।
वृश्चिक
दिन की शुरुवात नए संकल्पों के साथ होगी। व्यापार अच्छा चलेगा। कार्य-व्यवसाय में मनोनुकूल सफलता मिल पाएगी। प्रिय व्यक्ति से भेंट होगी। नौकरी में नवीन पद की प्राप्ति की संभावना है।
धनु
धार्मिक कार्योंं में रुचि बढ़ेगी सावधानी से अनिष्ट दूर होंगे। कार्यकुशलता बढ़ेगी। आपसी विचार-विमर्श, सहयोग से प्रसन्नता रहेगी। निवेश के अवसर मिलेंगे। न्याय पक्ष उत्तम रहेगा।
मकर
संतान के कृत्यों से परेशानी में आ सकते है। परिजनों स्व विवाद सम्भव है। कानूनी मामलों में सतर्कता रखें। योग्यता, अनुभवों से कार्य करना होगा। समस्याओं के समाधान के योग हैं।
कुम्भ
व्यवसाय विस्तार में आ रही परेशानी दूर होगी वाणी पर संयम रखें। कार्य में नीरसता की समाप्ति तथा उत्साह की वृद्धि होगी। जीवनसाथी से संबंधों में अनुकूलता बनेगी। आर्थिक समृद्धि बढ़ेगी।
मीन
परिवार में अशांति तथा तनाव रहेंगे। बहनों के विवाह की चिंता रहेगी। विवाद न करें। अपमान हो सकता है। खर्च बढ़ेंगे। हानि-दुर्घटना के योग हैं। भवन भूमि से सम्बंधित जरूरी चर्चा होगी।