नई दिल्ली : अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर देश की राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई है| इसके मद्देनज़र भारतीय जनता पार्टी की ओर से बनाई गई कमेटी के सदस्य वेंकैया नायडू और राजनाथ सिंह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से शुक्रवार को उनके आवास पर मिले| आपको बता दें कि केंद्र सरकार चाहती है कि नए राष्ट्रपति का चुनाव आम सहमति से हो और कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात इन्हीं कोशिशों के तहत थी| हालांकि यह बैठक 30 मिनट भी नहीं चल सकी| वहीं इस बैठक के बाद संवाददाताओं को जानकारी देते हुए वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, बीजेपी नेताओं ने कोई नाम ही सामने नहीं रखा, बल्कि हमसे ही पूछते रहें| आजाद ने कहा, वे हमारे सहयोग के लिए आए थे, लेकिन सवाल है कि अगर आप (राष्ट्रपति उम्मीदवार का) नाम नहीं जानते तो सहमति किस बात पर बने| अगर आप नाम नहीं जानते, तो फिर कैसे बताएंगे कि सहयोग देंगे या नहीं| बीजेपी नेता इसके बाद अब सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी से भी मिलेंगे| वहीं येचुरी ने कहा की राष्ट्रपति पद की उम्मदवारी के लिए लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के नाम पर रजामंदी से इनकार कर दिया है| वही इस मुलाकात पर येचुरी ने कहा, ‘मुझे पता है बीजेपी नेता आ रहे हैं और उनका स्वागत है| लेकिन अब इसमें देर हो गई, आखिर उन्हें आम सहमति चाहिए थी, तो फिर इतना इंतजार क्यों किया? हम किसी ऐसे को राष्ट्रपति बनाना चाहते हैं, जिसकी धर्मनिरपेक्ष छवि सवालों में न हो और आडवाणी, जोशी की छवि पर हम ही नहीं कोर्ट ने भी सवाल कर रखे हैं|