11 के कमजोर संख्या बल के बावजूद उसके पास सत्ता पक्ष पर राजनीतिक बढ़त बनाने का मौका था। मगर वह ऐसा करने में चूक गई। पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह ने यह कहकर प्रदेश कांग्रेस की उदासीनता की पोल खोली की कि भाजपा ने उनसे पहले समर्थन मांगा, इसलिए वे उसके साथ चले गए।
यानी यदि कांग्रेस पहले संपर्क करती तो शायद वे मीरा कुमार के समर्थन में होते। बहरहाल, मीरा कुमार बृहस्पतिवार को देहरादून पहुंचकर कांग्रेस विधायकों से मुलाकात करेंगी। विधायक मंडल दल की बैठक होगी। इस दौरान वह पत्रकारों से मुखातिब होंगी और राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की राजनीतिक वजह सामने रखेंगी।
जिसमें निर्वाचन आयोग की ओर से अधिकृत विधानसभा के निर्वाचित सदस्य, संसद सदस्य मतदान करेंगे। उन्होंने बताया कि विधानसभा के निर्वाचित सदस्य एवं संसद सदस्य भारत निर्वाचन आयोग से नियमानुसार निर्धारित प्रारूप पर आवेदन करने के उपरांत निर्वाचन आयोग की अनुमति से किसी भी राज्य मुख्यालय में स्थित निर्वाचन स्थल अथवा संसद भवन कक्ष संख्या-62 नई दिल्ली में भी मत देने की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं।
निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देश एवं निर्धारित प्रारूप सभी सदस्यों को भेजी जा चुकी है। मतदान के दिन मतदान स्थल पर मोबाइल फोन, वायरलेस तथा कैमरा आदि लाने पर प्रतिबंध रहेगा। मतदान करने के लिए सदस्यों को अपना परिचय पत्र दिखाना होगा। जिसके बाद ही मतदान रूम में प्रवेश करने की अनुमति होगी।