राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने डॉक्टरों से कहा, गरीब मरीजों की सेवा आप सबका नैतिक दायित्व
इलाहाबाद : मेडिकल एसोसिएशन की स्थापना के शताब्दी समारोह को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने डॉक्टरों को उनकी ज़िम्मेदारी याद दिलाई। राष्ट्रपति ने कहा कि नोबेल प्रोफेशन की वजह से ही उन्हें धरती का भगवान कहा जाता है। डॉक्टरों को हमेशा यह याद रखना चाहिए कि उनकी ज़िम्मेदारी समाज के निर्माता की है, इसलिए पेशेवर रवैया अपनाने के साथ ही उन्हें कुछ समय मानवीय आधार पर भी सेवा देना चाहिए। खासकर गरीब मरीजों के हितों को, सर्वोपरि रखना आप सबका नैतिक दायित्व है।
राष्ट्रपति ने कहा, शहर में कुछ महीनों बाद लगने जा रहे कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को मानवीय आधार पर अपनी सेवा देने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि कुंभ के आयोजन पर समूची दुनिया की निगाहें टिकी होंगी। दुनिया भर से श्रद्धालु आएंगे, इसलिए यहां के डॉक्टरों को एक महीने श्रद्धालुओं की सेवा करनी चाहिए। ऐसा करने से दुनिया में भारतीय चिकित्सकों द्वारा मानव सेवा का बेहतर संदेश जाएगा। शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि सभी नागरिकों को कम खर्च पर समुचित स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें, इसी उद्देश्य के साथ ‘नेशनल हेल्थ मिशन’, ‘नेशनल हेल्थ पॉलिसी’ और ‘आयुष्मान भारत’ योजना के तहत अनेक कदम उठाए गए हैं। जन-औषधि केन्द्रों की स्थापना की गई है और दवाओं की कीमतों में कमी की गई है।