कोलकाता : भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने के पर्याप्त आधार हैं लेकिन उनकी पार्टी चुनावी रास्ता अख्तियार करेगी। श्री सुप्रियो ने शनिवार को कहा कि बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने के कई कारण मौजूद हैं। उन्होंने हालांकि कहा कि भाजपा इस रास्ते से राज्य की सत्ता में आना नहीं चाहती। आसनसोल सीट से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुये श्री सुप्रियो ने कहा कि हाल में लगातार हुई हिंसक घटनायें और भाजपा कार्यकर्ताओं पर किये गये हमले से पता चलता है कि पूरे बंगाल में कानून-व्यवस्था की हालत कितनी भयावह है। राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए सभी मानदंड खरे उतरते हैं लेकिन भाजपा इस माध्यम से राज्य की सत्ता में आना नहीं चाहती क्योंकि उसे पहले से ही लोगों का समर्थन हासिल है। उन्होंने कहा कि यदि किसी राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाता है तो राज्य में सत्तारूढ़ दल बड़ी संख्या में लोगों के सहानुभूति मत मिल जाता है लेकिन बंगाल में ऐसा नहीं होगा क्योंकि ममता बनर्जी सरकार पर यह लागू नहीं होगा। यदि बंगाल में किसी तरह राष्ट्रपति शासन लागू हाे गया तो ममता बनर्जी को लोगों की कोई सहानुभूति नहीं मिलेगी और उनकी हालत और खराब होगी। उन्होंने आसनसाेल में शुक्रवार को पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प होने का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य पुलिस और तृणमूल कांग्रेस मिलकर पूरे राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले कर रहे हैं।