राष्ट्रपति से मिलीं थाईलैंड की राकुमारी महा चक्री
नई दिल्ली। थाईलैंड की राजकुमारी महा चक्री सिरिंधोर्न ने शुक्रवार को यहां राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। राजकुमारी का स्वागत करते हुए मुखर्जी ने उन्हें भारत की करीबी और विशेष मित्र कहा।
राष्ट्रपति ने कहा ‘‘संस्कृत और पाली के अध्ययन के शौक और भारतीय संस्कृति की समझ के माध्यम से राजकुमारी ने एक दूसरे के ज्ञान को समृद्ध बनाया है और भारत एवं थाईलैंड के बीच मित्रता के संबंध को मजबूत किया है।’’ उन्होंने दोनों देशोें के साझा इतिहास पर बेहतर समझ और जागरूकता पैदा करने में रुचि लेने और उसके लिए अथक प्रयास करने के लिए राजकुमारी का आभार व्यक्त किया। राष्ट्रपति ने कहा कि थाईलैंड के साथ भारत के गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं और यह द्विपक्षीय संबंधों को प्राथमिकता देता है। उन्होनें थाईंलैंड को भारत का करीबी मित्र और महत्वपूर्ण क्षेत्रीय साथी करार दिया। मुखर्जी ने कहा ‘‘भारत दोनों देशों के द्विपक्षी संबंधों को मौलिक समकालीन सामग्री के साथ आगे बढ़ाते रहने को उत्सुक है।’’ उन्होंने कहा कि भारत दोनों देशों के शिक्षाविदों वैज्ञानिकों कलाकारों बुद्धजीवियों और छात्रों के बीच आदान-प्रदान का स्वागत करता है। इस मौके पर राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना क्षेत्रीय सहयोग का एक उदाहरण है और इस परियोजना में थाईलैंड द्वारा किए जा रहे सहयोग की भारत सराहना करता है। भारत बौद्ध धर्म को थाईलैंड और क्षेत्र के अन्य देशों की साझा विरासत के तौर पर देखता है।