राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन के आयोजन से पाकिस्तान का इनकार
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने गुरुवार को 61वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन का आयोजन करने से मना कर दिया। उसने जम्मू एवं कश्मीर के विधानसभा अध्यक्ष को सम्मेलन के लिए न्योता नहीं देने के अपने रुख को यह कहते हुए बदलने से मना कर दिया कि जम्मू एवं कश्मीर विवादित क्षेत्र है। जम्मू एवं कश्मीर के विधानसभा अध्यक्ष को सम्मेलन के लिए आमंत्रित नहीं करने की वजह से भारत ने सम्मेलन के बहिष्कार की चेतावनी दी थी। भारत ने कहा था कि सम्मेलन को पाकिस्तान के बजाए कहीं और किया जाए। सम्मेलन का आयोजन नहीं करने का ऐलान पाकिस्तान की संसद, नेशनल एसेंबली के अध्यक्ष अयाज सादिक ने किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जम्मू एवं कश्मीर के मामले में अपने रुख से समझौता नहीं कर सकता। यह भारत और पाकिस्तान के बीच एक विवादित क्षेत्र है। सम्मेलन 3० सितंबर से 8 अक्टूबर के बीच होना था। रेडियो पाकिस्तान ने बताया कि बुधवार को राष्ट्रमंडल संसदीय एसोसिएशन के साथ टेली-कांफ्रेंसिंग के बाद पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली ने सम्मेलन नहीं करने का फैसला किया।
नेशनल एसेंबली सचिवालय ने बयान में कहा है कि पाकिस्तान ने सम्मेलन के आयोजन पर हामी ‘‘राष्ट्रमंडल में शामिल विकासशील देशों के बीच लोकतंत्र, संवाद और सहयोग के लिए भरी थी। किसी एक भी मौके पर पाकिस्तान की संसद ने जम्मू एवं कश्मीर के मुद्दे पर अपने सैद्धांतिक और ऐतिहासिक रुख से रत्ती भर भी हिलने का संकेत नहीं दिया था।’’ सचिवालय के बयान में कहा गया है, ‘‘यह अनसुलझा विवाद आज भी एक चरम बिंदु है….और यह संयुक्त राष्ट्र के एजेंडे में पूरी तरह से जिंदा है।’’