नई दिल्ली : कोलकाता की टीपू सुल्तान मस्जिद के विवादित शाही इमाम नूर-उर रहमान बरकती को राष्ट्रविरोधी बयानों और पद के दुरूपयोग के कारण उनके ओहदे से हटाने का मामला सामने आया है. प्रिंस गुलाम अहमद वक्फ एस्टेट ट्रस्टी आरिफ अहमद ने पत्रकारों को यह जानकारी दी. हालांकि बरकती ने पद से हटने से इंकार कर कहा कि उन्हें हटाने का अधिकार किसी के पास नहीं है.
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इस बारे में प्रिंस गुलाम अहमद वक्फ एस्टेट ट्रस्टी आरिफ अहमद ने पत्रकारों से उन्हें हटाने का नोटिस भेजने की जानकारी देते हुए कहा कि हमने उनके राष्ट्रविरोधी बयानों के कारण उन्हें मस्जिद के इमाम के ओहदे से हटाया है .उन्हें कार्यालय खाली करने को कह दिया है. फ़िलहाल उप इमाम से नमाज कराएंगे . जल्द ही नया इमाम नियुक्त किया जाएगा. जबकि दूसरी ओर वक्फ ट्रस्टी बोर्ड के नोटिस पर बरकती ने उल्टा सवाल किया कि मुझे हटाने वाले वे कौन होते हैं? उन्हें ऐसा करने का हक़ नहीं है. मैं मस्जिद का इमाम बना रहूंगा.
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गौरतलब है कि बरकती ने पिछले सप्ताह यह कहा था कि वह अपनी गाड़ी से लाल बत्ती नहीं हटाएंगे, क्योंकि इसका इस्तेमाल करना उनका अधिकार है. उन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया था. इस पर प्रिंस गुलाम अहमद वक्फ एस्टेट ट्रस्ट ने कहा था कि इमाम, जो कि एक धार्मिक व्यक्ति हैं, अपनी हद पार करेंगे और अपने पद का दुरूपयोग करेंगे. बरकती ने अपने देश के नेताओं के प्रति असम्मान जताया है और वह राजनीतिक उद्देश्यों तथा अपने वित्तीय फायदे के लिए मस्जिद का इस्तेमाल कर रहे थे. इसलिए हटाया.