राष्ट्रीय फुटबाल टीम ने किया निराश, छह मैचों में जुटा सकी सिर्फ तीन अंक
नई दिल्ली: राष्ट्रीय टीम ने एक बार फिर निराशाजनक प्रदर्शन किया लेकिन बीते साल भारतीय फुटबाल में इंडियन सुपर लीग और पूर्व महान खिलाड़ी पेले का भारत दौरा हावी रहा। फीफा अंडर 17 विश्व कप 2017 की मेजबानी की तैयारी कर रहे भारत की राष्ट्रीय टीम ने एक फिर सभी को निराश किया। टीम 2018 फीफा विश्व कप क्वालीफाइंग के छह मैचों में सिर्फ तीन अंक जुटा सकी। स्टीफन कोन्सटेनटाइन के मार्गदर्शन में भारतीय ने पांच मैच गंवाए जबकि एकमात्र जीत गुआम के खिलाफ दर्ज की। छोटे से देश गुआम के खिलाफ भी भारतीय टीम सिर्फ 1-0 से ही जीत दर्ज कर पाए।
दूसरी बार भारतीय टीम के मुख्य कोच की जिम्मेदारी निभा रहे ब्रिटेन के कोच कोन्सटेनटाइन इस बीच भारतीय मूल के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करने की स्वीकृति नहीं देने के मुद्दे पर भी सुखिर्यों में रहे। इसके अलावा 53 साल के कोन्सटेनटाइन का राष्ट्रीय शिविर के लिए खिलाड़ियों को रिलीज नहीं करने पर विवाद भी हुआ जिसमें ब्राजील के पूर्व सुपरस्टार रोबटरे कालरेस भी शामिल रहे जो आईएसएल में दिल्ली डाइनामोज के मार्की मैनेजर सह खिलाड़ी हैं। भारत अपनी विश्व रैंकिंग में भी सुधार नहीं कर पाया और फिलहाल दुनिया की 166वें नंबर की टीम है।
साल के दौरान ही हालांकि टीम ने 209 देशों के बीच 172वीं रैंकिंग भी हासिल की थी। साथ ही घरेलू लीग आईलीग के भविष्य पर भी अनिश्चितता के बाद छाए रहे। आईएसएल देश की राष्ट्रीय लीग नहीं है और ब्राजील के आइकन जिको के अनुसार प्रतियोगिता भारतीय फुटबाल को कोई फायदा नहीं पहुंचाती। जिको आईएसएल में एफसी गोवा के कोच हैं। पुणे एफसी, भारत एफसी और रायल वाहिंगदोह एफसी ने आईलीग से हटने का फैसला किया जिससे इस लीग की स्थिति अच्छी नहीं लग रही।
अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ के अध्यक्ष प्रफुल पटेल का मानना है कि राज्य संघ भारतीय फुटबाल के विकास के लिए पर्याप्त नहीं कर रहे। सकारात्मक पक्ष हालांकि आईएसएल दो की सफलता रही और चेन्नईयिन एफसी की टीम जोरदार वापसी करते हुए चैम्पियन बनी। खिताब मुकाबले के बाद एफसी गोवा के प्रबंधन और चेन्नईयिन के स्टार खिलाड़ी एलानो ब्लूमर के बीच विवाद हो गया जिसे टाला जा सकता था। भारत ने 2017 में छह शहरों में होने वाले अंडर 17 विश्व कप की तैयारी भी तेज कर दी।
पिछले टूर्नामेंट के मेजबान चिली ने नवंबर में यहां आधिकारिक तौर पर भारत को जिम्मेदारी सौंपी। भारत ने ‘एएफसी अवार्डस नाइट’ की मेजबानी राजधानी दिल्ली में की। वैश्विक फुटबाल ने अच्छा, बुरा और बदतर सब देखा। बार्सीलोना ने सत्र में खिताबी हैट्रिक पूरी की जबकि क्रिस्टियानो रोनाल्डो को लगातार दूसरे साल बेलोन डिओर से नवाजा गया। लंबे समय से फीफा अध्यक्ष सेप ब्लाटर और युएफा प्रमुख माइकल प्लातिनी को खेल की वैश्विक संस्था फीफा की नैतिक समिति ने आठ साल के लिए प्रतिबंधित किया।