नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उससे जुड़े संगठनों की होने जा रही तीन दिवसीय बैठक में हिस्सा ले सकते हैं। इसमें भाजपा के कई वरिष्ठ नेताआें सहित कुछ केन्द्रीय मंत्रियों के भी शिरकत करने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि अगले महीने दो से चार तारीख तक होने वाली इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत, संगठन के सभी वरिष्ठ नेता और आरएसएस से जुड़े अनेक संगठनों के प्रमुख हिस्सा लेंगे। इस बैठक में भाजपा सहित संघ के संगठनों के बीच समन्वय बनाने पर विचार विमर्श होगा। भाजपा के एक नेता ने बताया कि मोदी, जो संघ के स्वयंसेवक हैं, इस बैठक में उपस्थित हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने इससे अधिक कुछ कहने से इंकार कर दिया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी बैठक में आएंगे बताया जाता है कि भाजपा और संघ के बीच समन्वय का उद्देश्य सरकार को जमीनी स्तर पर काम कर रहे आरएसएस के संगठनों की आेर सेे फीडबैक उपलब्ध कराना है जिससे कि वह अपनी योजनाआें और कार्यक्रमों में और सुधार कर सके। सूत्रों के अनुसार भाजपा और संघ के शीर्ष नेता सरकार की उपलब्धियों के साथ ही उसकी कमियों पर भी चर्चा करेंगे। कहा यह जा रहा है कि इस बैठक का आयोजन इसलिए भी किया गया है जिससे कि संघ और उससे जुड़े संगठन सरकार के प्रति अपनी चिंताआें और उसकी कमियों पर सार्वजनिक रूप से उठाने की बजाय, सीधे सरकार से जुड़े मुख्य लोगों के सामने ही रखें। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले इस बैठक के आयोजन को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। संघ से जुड़े कुछ संगठनों और उनके नेताआें ने सरकार के भूमि अध्यादेश का सार्वजनिक तौर पर विरोध जताया है जिससे उसे असहज स्थिति का सामना करना पड़ा