राहुल के कहने पर कमलनाथ ने थामा शिवराज का हाथ
मध्य प्रदेश में कमलनाथ ने 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दोपहर 2:30 बजे उन्हें शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, फारुख अब्दुल्ला समेत 10 अन्य दलों के नेता मौजूद रहे.
इसके अलावा मध्य प्रदेश के 4 पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बाबूलाल गौर, दिग्विजय सिंह और कैलाश जोशी भी शपथ ग्रहण में पहुंचे. शपथ ग्रहण के दौरान एक दिलचस्प नजारा देखने मिला. मंच पर आने के बाद कमलनाथ नेताओं और लोगों का अभिवादन करते हुए अपने परिवार के पास जाकर बैठ गए.
तभी मंच पर दूसरी ओर बैठे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें बुलाया और कान में उनके कुछ बात कही. राहुल से बात करने के बाद कमलनाथ बाकी नेताओं से मिलने के बजाय सीधे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास पहुंचे. इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया भी वहां आ गए और दोनों ने शिवराज का हाथ थामा और लोगों का अभिवादन किया. तीनों नेताओं को साथ देख लोगों में भी उत्साह भर गया.
कमलनाथ के शपथ ग्रहण में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के अलावा बाकी दलों के नेता भी मौजूद रहे. कांग्रेस से पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राजीव शुक्ला, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, मंत्री डी शिवकुमार, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री नारायणसामी, राजस्थान के नए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट, आनंद शर्मा, राज बब्बर मौजूद रहे.
इसके अलावा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र हुड्डा, उनके बेटे और सांसद दीपेंदर हुड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, पंजाब में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, विवेक तन्खा मौजूद थे.
मालूम हो कि कमलनाथ मंत्रिमंडल का गठन तीन-चार दिन में कर सकते हैं. कमलनाथ पहला बड़ा फैसला किसानों की कर्जमाफी का लेंगे. इसके बाद राज्य में बेरोजगारी भत्ता दिए जाने पर अफसरों से चर्चा करेंगे.