चंडीगढ़। शिरोमणी अकाली दल ने आज कहा है कि कांग्रेसी नेता राहुल गांधी, सुनील जाखड़ तथा नवजोत सिद्धू ने तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) की जगह ले ली है तथा पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल तथा शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को कोटकपुरा गोलीकांड मामले में पहले ही दोषी ठहरा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि कोटकपुरा की घटना संभवत दुनिया की एकमात्र घटना है, जिसमें एसआईटी जानना चाहती है कि गोलीबारी का आदेश किसने दिया था। संबंधित सक्षम अधिकारी एसडीएम द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद भी कि उन्होंने गोलीबारी का आदेश दिया था। एसआईटी ने एसडीएम से यह खुलासा न करने के लिए कहकर , यह दोष देकर साबित करना चाहती है कि गोलीबारी का आदेश बादल परिवार ने दिया।
यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए वरिष्ठ अकाली नेताओं बलविंदर सिंह भूंदड़, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, महेश इंदर सिंह ग्रेवाल तथा डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि यह स्पष्ट है कि एसआईटी गांधी परिवार के हाथों की कठपुतली बन गई है, जो 10 जनपथ से रिमोट कंट्रोल के जरिए इसे नियंत्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि हालांकि यह बड़ा आदेश था, परंतु एसआईटी यदि अपनी विश्वसनीयता हासिल करना चाहती है तो उसे वरिष्ठ नेतृत्व को फंसाने की कोशिश करने के लिए सुनील जाखड़ , नवजोत सिद्धू, राहुल गांधी की भूमिका की जांच करनी चाहिए।
अकाली नेताओं ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने हाल ही में राहुल गांधी को पूरे मामले के बारे विस्तार से बताया था , तथा बाद में राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को प्रकाश सिंह बादल तथा सुखबीर सिंह बादल को इस मामले में फंसाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि नवजोत सिद्धू ने आज एक बयान में एसआईटी को भी ऐसा ही करने के लिए बयान जारी किया। नेताओं ने कहा कि जहां जाखड़ तथा सिद्धू ने अदालत की अवमानना की थी, वहीं राहुल गांधी के खिलाफ गलत कृत्य के उकसाने के लिए आरोप लगाए जाने चाहिए।
अकाली नेता जो पार्टी की कोर कमेटी के सदस्यों के साथ आए थे, ने कहा कि वे यह चाहते हैं कि एसआईटी उन घटनाओं में कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी की भूमिका की जांच करे , जिसके कारण 2015 में बेअदबी की घटनाएं हुई। उन्होंने यह भी मांग की कि पूर्व आईजी कुंवर विजय प्रताप सिंह के खिलाफ कोटकपुरा गोलीकांड में बादल परिवार को फंसाने के लिए दस्तावेज गढ़ने का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।