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रिटायर्ड फौजी ने ढाई लाख लेकर बीई छात्र को दे दिया फर्जी ज्वाइनिंग लेटर

भोपाल.रिटायर्ड फौजी ने अपने इलेक्ट्रीशियन के साथ मिलकर इंजीनियरिंग छात्र को रेल विकास निगम लिमिटेड का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर थमा दिया। उसे निगम में जूनियर इंजीनियर के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर दोनों ने ढाई लाख रुपए ठगे थे। खुलासा उस वक्त हुआ, जब छात्र लेटर लेकर डीआरएम ऑफिस जा पहुंचा। गोविंदपुरा पुलिस ने छात्र समेत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
मूलत: सतना निवासी 22 वर्षीय सौरभ विश्वकर्मा यहां जेके रोड स्थित नीरजा नगर कॉलोनी में किराए से रहता है। वह यहां ट्रिनिटी कॉलेज में बीई अंतिम वर्ष का छात्र है। एसआई रमेश राय के मुताबिक सौरभ के पड़ोस में जम्मू निवासी श्याम सिंह रहता है। श्याम रिटायर्ड फौजी है। उसने सौरभ को झांसा दिया था कि रेलवे में उसकी अच्छी पहचान है। इस पर सौरभ ने भी उसे अपनी नौकरी लगवाने की गुजारिश की। बातों में आए सौरभ ने उसे नौकरी के लालच में ढाई लाख रुपए दे दिए। इसके लिए श्याम ने अपने इलेक्ट्रीशियन दोस्त गोलू उर्फ चंद्रप्रकाश वर्मा को बुलाया। ये रकम श्याम के मकान पर सौरभ ने दी। इसके बाद आरोपियों ने उसे रेलवे का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर थमा दिया। ये लेटर रेल विकास निगम लिमिटेड में जूनियर इंजीनियर पद के लिए था। 
तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज
छात्र को दोनों जालसाजों ने ज्वाइनिंग लेटर की फोटो कॉपी दी थी। इसे लेकर वह डीआरएम ऑफिस पहुंच गया। यहां जब उसने लेटर रेल अफसरों को दिखाया तो खुलासा हुआ कि उसके साथ ठगी हुई है। रेल अफसरों ने उसे गोविंदपुरा पुलिस के हवाले कर दिया। पूछताछ में उसने श्याम और गोलू की जालसाजी उजागर कर दी। इस आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों के घर दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया है।
 
जेल में हुई थी दोस्ती, बन गए जालसाज
एसआई राय ने बताया कि श्याम को कोलार पुलिस ने कुछ समय पहले गैरइरादतन हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था। बागसेवनिया पुलिस ने गोलू को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसी दौरान दोनों की दोस्ती जेल में हुई। कुछ समय पहले ही वे जमानत पर छूटे हैं। पूछताछ में दोनों ने पुलिस को बताया है कि उनका मकसद अब ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाना था। इसलिए सौरभ से उन्होंने पैसे ऐंठ लिए।

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