रिसर्च में सामने आई ये 4 आदतें होती हैं जिनमें, वे जीत लेते हैं सबका भरोसा
लोगों का भरोसा जीतना आज के जमाने में बहुत ही मुश्किल काम है। ऐसे अविश्वास भरे माहौल में अगर आप चाहती हैं कि आपके परिवार वाले, आपके दोस्त, दफ्तर में आपके साथी और यहां तक कि अजनबी भी आप पर भरोसा करें, तो आपको कुछ चीजों को अपनी आदत बनाना होगा…
हार्वर्ड के एक शोध में एक युवा को बारिश के एक दिन एक ट्रेन में 65 अजनबियों से मुलाकात करने को कहकर उनका मोबाइल फोन मांगने को कहा गया। आधे लोगों से उसने बारिश के बारे में माफी मांगते हुए अपनी बात शुरू की। मुझे अफसोस है कि आज इतनी बारिश हो रही है। क्या मैं आपका फोन कुछ देर के लिए ले सकता हूं? जिन लोगों से उसने माफी मांगी, उनमें से 47 फीसदी लोगों ने उसे अपना फोन दे दिया और जिन लोगों से उसने माफी नहीं मांगी, उनमें से केवल 9 फीसदी ने ही अपना फोन उसे दिया। माफी मांगने से सुनने वाले की सहानुभूति साथ हो जाती है और वह भरोसा करने लगता है।
बॉडी लेंग्वेज
क्या आप सामने वाले से बात करते समय गिरगिट की तरह रंग बदलती हैं? तो लोग आप पर भरोसा कर सकते हैं। जैसे अगर सामने वाला मेज पर कोहनी टिका कर बैठा है और आप भी उसी की तरह बैठती हैं तो सामने वाला आपकी बात सुनता और मानता है। वह इस बात को नोटिस नहीं करता कि आप उसकी नकल कर रही हैं।
शर्मिंदगी
थोड़ा शर्मिंदा होना कई बार कुछ रिश्तों में फायदेमंद होता है। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के एक शोध में कुछ लोगों को एक वीडियो दिखाया गया। उस वीडियो में एक शख्स को टेस्ट में पूरे नंबर लेते दिखाया गया। कुछ लोगों के वीडियो में इस शख्स ने यह बात थोड़ा शर्मिंदा होते हुए, कुछ सकुचाते हुए यह बात कही, जबकि बाकी के लोगों को उसने बड़े गर्व से यह बात बताई। इसके बाद सभी लोगों को उस शख्स पर विश्वास करने संबंधी एक खेल खिलाया गया। जिन लोगों ने शर्मिंदा वाला वीडियो देखा था, उन्होंने उस आदमी पर भरोसा किया और जिन लोगों ने गर्व वाला वीडियो देखा था, उनमें से ज्यादातर लोगों ने उस पर अविश्वास ही किया।
म्यूचूअल फ्रेंड
यदि आप अपने दोस्तों के दोस्त को अपना दोस्त बनाती हैं तो फिर वे आप पर भी भरोसा करने लगते हैं। कहा जाता है कि दो लोगों का एक कॉमन दोस्त है तो फिर एक-दूसरे पर ज्यादा भरोसा करते हैं।
ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी ने एक ऐसा प्रोग्राम डिजाइन किया, जिसमें फेसबुक पर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजने को कहा गया। जिन लोगों के म्यूचूअल फ्रेंड थे, उनमें से 80 फीसदी ने अनजान लोगों की भी फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली।